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“मुस्कान तुम ऐसी नहीं थी” | muskan tum aisi nahi thi |

“मुस्कान तुम ऐसी नहीं थी” | muskan tum aisi nahi thi | “मुस्कान: एक बेवफा मोहब्बत की कहानी” ❤️‍🔥

वो शाम मुझे हमेशा याद रहेगी जब मैं पहली बार मुस्कान से मिला था। कॉलेज के पहले दिन ही उसकी हँसी ने मुझे आकर्षित कर लिया था। उसकी मुस्कान में एक ऐसा जादू था जो दिल को छू जाता था। उसकी आँखों की चमक और चेहरे की मासूमियत ने मुझे उसके करीब आने पर मजबूर कर दिया। पर मुझे क्या पता था कि ये मुस्कान एक दर्दभरी कहानी की शुरुआत थी।

मुस्कान की खासियत थी कि वो हर किसी के साथ बहुत जल्दी घुलमिल जाती थी। उसके आसपास हमेशा लड़कों की भीड़ रहती थी, लेकिन उसने मुझे अपने करीब आने दिया। धीरे-धीरे हमारी दोस्ती प्यार में बदल गई। मैं उसके बिना एक पल भी नहीं रह पाता था। हमने एक दूसरे के साथ जिंदगी भर साथ रहने का फ़ैसला किया था। मुझे लगता था कि मैं दुनिया का सबसे खुशनसीब इंसान हूँ।

लेकिन सच्चाई हमेशा इतनी खूबसूरत नहीं होती। धीरे-धीरे मुझे अहसास हुआ कि मुस्कान सिर्फ मेरे लिए नहीं थी। वो हर किसी के साथ वैसे ही पेश आती थी जैसे मेरे साथ। मुझे ये समझ में आया कि उसे लड़कों को फंसाना अच्छा लगता था। उसने अपनी मासूमियत और मुस्कान का इस्तेमाल कर सबको अपनी ओर आकर्षित किया। उसने मेरे दिल के साथ खेला और मेरे जज्बातों को ठेस पहुँचाई। | मुस्कान तुम ऐसी नहीं थी | muskan tum aisi nahi thi |

| मुस्कान तुम ऐसी नहीं थी | muskan tum aisi nahi thi |

एक दिन मैंने उसे कॉलेज के एक दूसरे लड़के के साथ देखा। उसकी वही आदत जो कभी मेरे गले लगती थी, मेरे साथ बैठकर प्यार की बातें करती थी, अब वह किसी और के गले लग रही है और उसे प्यार भरी बातें कर रही है। मेरा दिल टूट गया। मुझे यकीन नहीं हुआ कि जिसे मैं अपनी दुनिया समझता था, वो सिर्फ एक छलावा था। मैंने उससे सवाल किया, “मुस्कान, तुमने मेरे साथ ऐसा क्यों किया? क्या मेरी मोहब्बत तुम्हारे लिए कुछ भी नहीं थी?”

मुस्कान ने मुस्कुराते हुए कहा, “अमन, तुम बहुत भोले हो। ये सब सिर्फ एक खेल था। मुझे लड़कों को फंसाना अच्छा लगता था। मेरे लिए ये सब कुछ मायने नहीं रखता।” तुम मेरे बारे में क्या सोचते थे.

उसकी ये बात सुनकर मेरा दिल चूर-चूर हो गया। मैं सोचता था कि वो मेरी जिंदगी है, लेकिन उसने मुझे सिर्फ एक खिलौना समझा। मैं टूट चुका था, बिखर चुका था। मेरे अंदर एक अजीब सी खालीपन आ गया था। उसकी यादें मुझे हर पल दर्द देती थीं। वो हँसी जो कभी मुझे खुशी देती थी, अब मेरे लिए जहर बन गई थी।

मेरे दोस्तों ने मुझे संभालने की कोशिश की, लेकिन मैं खुद को संभाल नहीं पाया। मुस्कान ने मेरे दिल में ऐसी चोट दी थी जो शायद ही कभी भर सके। मैंने खुद को किताबों में डुबो लिया, ताकि उसकी यादें मुझे परेशान न करें। लेकिन वो हर जगह थी। उसकी हँसी, उसकी बातें, सब कुछ मुझे सताती थीं। | मुस्कान तुम ऐसी नहीं थी | muskan tum aisi nahi thi |

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वक्त गुजरता गया, लेकिन मैं मुस्कान को भूल नहीं पाया। उसकी बेवफाई का दर्द हमेशा ताजा रहा। मैंने कई बार सोचा कि काश मैंने उससे कभी प्यार न किया होता। लेकिन प्यार पर किसी का बस नहीं चलता। वो दिल को अपना शिकार बना ही लेता है।

मुस्कान की बेवफाई ने मुझे बदल दिया। मैं पहले जैसा अमन नहीं रहा। मैं अब किसी पर भी आसानी से भरोसा नहीं कर पाता। मुझे हर किसी में वही छलावा नजर आता है जो मुस्कान में था। उसकी यादें मुझे हर पल तड़पाती हैं, लेकिन मैं अब उनसे लड़ना सीख गया हूँ। मैंने अपने दर्द को अपनी ताकत बना लिया है।

मुस्कान की ये कहानी मेरे लिए एक सबक बन गई है। मैंने सीखा कि प्यार में अंधा नहीं होना चाहिए। हमें हमेशा सच्चाई को पहचानने की कोशिश करनी चाहिए। और हमेशा अपनी आँखें खुली रखनी चाहिए मुस्कान ने मुझे सिखाया कि हर चमकती चीज सोना नहीं होती। उसकी हँसी ने मुझे बहुत कुछ सिखाया, लेकिन वो हँसी मेरे दिल में हमेशा एक जख्म बनकर रहेगी।

आज भी, जब मैं अकेले में होता हूँ, उसकी यादें मुझे परेशान करती हैं। मैं उसके साथ बिताए हर पल को याद करता हूँ और सोचता हूँ कि क्या वो कभी मेरे लिए सच्ची थी? लेकिन ये सवाल कभी अपने जवाब नहीं पाएगा। मुस्कान की बेवफाई ने मेरे दिल को ऐसा दर्द दिया है जो शायद कभी खत्म नहीं होगा।

इस कहानी का अंत सिर्फ इतना है कि कभी-कभी ज़िन्दगी हमें ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर देती है जहाँ हमें अपनी सच्चाई से सामना करना पड़ता है। मुस्कान मेरी ज़िन्दगी की वही सच्चाई है, जिसे मैं कभी नहीं भूल पाऊँगा। उसकी बेवफाई ने मुझे एक नया इंसान बना दिया, जो अब हर दर्द को सहने की ताकत रखता है। | मुस्कान तुम ऐसी नहीं थी | muskan tum aisi nahi thi | love story

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