husband wife love story in hindi | पति पत्नी की दास्तान |
अभिजीत और नेहा बचपन से एक दूसरे को जानते थे। दोनों साथ में बड़े हुए थे और उनकी दोस्ती पहले से ही अच्छी थी, स्कूल से लेकर कॉलेज तक, अभिजीत और नेहा की जोड़ी सभी को पसंद थी, दोनों ने कॉलेज के समय ही अपने परिवारों को अपने रिश्ते के बारे में बताया, परिवारों ने भी उनके प्यार को स्वीकार किया, और उनकी शादी कॉलेज खत्म होती ही कर दी.
शादी से पहले दोनों का रिश्ता एक खूबसूरत प्रेम कहानी की तरह था, अभिजीत और नेहा घंटों एक दूसरे से बातें किया करते थे, नेहा को अभिजीत के साथ समय बिताना बहुत पसंद था, वह हर छोटी छोटी चीज में उसकी राय लेता और उसके साथ खास पलों को यादगार बनाने की कोशिश करता, नेहा ने सोचा था कि शादी के बाद भी उनकी जिंदगी ऐसी ही बनी रहेगी.
शादी के शुरुआती दिनों में सब कुछ बिल्कुल वैसा ही था जैसा नेहा ने सोचा था, अभिजीत सुबह नेहा के लिए चाय बनाता, उसे उसकी पसंदीदा चीजें खिलाता और शाम को ऑफिस से लौटकर उसके साथ बातें करता, लेकिन धीरे धीरे समय के साथ अभिजीत की प्राथमिकताएं बदलने लगीं.
अब अभिजीत का ज्यादातर समय ऑफिस के काम में बीतने लगा, वह सुबह जल्दी घर से निकलता और रात को देर से लौटता, नेहा ने महसूस किया कि अभिजीत का ध्यान उसके साथ वक्त बिताने के बजाय काम पर ज्यादा हो गया है. | husband wife love story in hindi | पति पत्नी की दास्तान |
एक दिन जब नेहा ने अभिजीत से पूछा, अभि तुम इतने थके हुए क्यों लगते हो? क्या सब ठीक है?
अभिजीत ने जवाब दिया, नेहा सब ठीक है, बस काम थोड़ा बढ़ गया है, मैं हमारे और हमारे भविष्य के लिए मेहनत कर रहा हूं.
नेहा ने फिर पूछा हमारे भविष्य के लिए मतलब? ऐसा क्या है जो तुम्हें इतना परेशान कर रहा है?
अभिजीत ने गहरी सांस लेते हुए कहा नेहा मैं सोचता हूं कि जब हमारे बच्चे होंगे, तो हमें उनके लिए सबसे अच्छा करना चाहिए, मैं चाहता हूं कि वे सबसे अच्छे स्कूल में पढ़ें उनकी हर जरूरत पूरी हो, और उन्हें किसी चीज की कमी न हो, इसलिए मैं अभी से मेहनत कर रहा हूं ताकि बाद में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े.
नेहा ने उसकी बात सुनकर कहा, अभि हमारी शादी को अभी कुछ ही साल हुए हैं, हमने अभी तक बच्चों के बारे में सोचा भी नहीं है, और तुम पहले से ही उनके भविष्य की चिंता कर रहे हो, मुझे नहीं लगता कि तुम्हें अभी इस बारे में इतना सोचना चाहिए.
अभिजीत ने थोड़ा गंभीर होकर जवाब दिया, नेहा यह सब मैं तुम्हारे और हमारे भविष्य के लिए कर रहा हूं, मैं चाहता हूं कि हमारी जिंदगी आरामदायक हो, और तुम्हें कभी किसी चीज की कमी महसूस न हो.
नेहा ने प्यार से उसका हाथ थामते हुए कहा अभि मैं जानती हूं कि तुम हमारे लिए कितनी मेहनत कर रहे हो, लेकिन तुम्हें यह समझना होगा कि सिर्फ पैसे से खुशियां नहीं खरीदी जा सकतीं, मुझे महंगे तोहफे बड़े घर या शानदार जिंदगी नहीं चाहिए, मुझे बस तुम्हारा वक्त चाहिए, मैं चाहती हूं कि तुम मेरे साथ वैसे ही समय बिताओ जैसे शादी से पहले बिताते थे, मुझे वो अभिजीत चाहिए जो मेरी छोटी छोटी बातों पर ध्यान देता था, जो घंटों मेरे साथ हंसता और बातें करता था. | husband wife love story in hindi | पति पत्नी की दास्तान |
अभिजीत ने नेहा की बातों को ध्यान से सुना, लेकिन वह पूरी तरह समझ नहीं पाया, वह सोचता था कि ज्यादा पैसा कमाने से ही वह नेहा को खुश रख सकता है, उसने सोचा कि नेहा को यह सब बाद में समझ में आएगा.
एक दिन नेहा ने अपनी भावनाओं को और साफ तौर पर अभिजीत के सामने रखा, उसने कहा अभि हमारी खुशियों का आधार सिर्फ पैसे नहीं हैं, तुम्हारी मौजूदगी और तुम्हारा प्यार मेरे लिए सबसे बड़ी दौलत है, मैं यह नहीं चाहती कि हमारी जिंदगी सिर्फ भविष्य की प्लानिंग में ही बीत जाए, हमें अपने आज को जीना होगा.
नेहा की इन बातों ने अभिजीत को गहराई से सोचने पर मजबूर कर दिया, उसने यह बात अपने एक करीबी दोस्त के साथ साझा की उसके दोस्त ने समझाया, अभिजीत शादी के बाद हम अकसर यह सोचने लगते हैं कि हमें सिर्फ अपने परिवार के लिए पैसे कमाने हैं, लेकिन हम यह भूल जाते हैं कि हमारे परिवार को हमारी मौजूदगी भी चाहिए, पैसा जरूरी है, लेकिन समय और प्यार उससे भी ज्यादा जरूरी है, जितनी जल्दी तुम यह समझोगे, उतना ही तुम्हारे और तुम्हारे परिवार के लिए अच्छा होगा.
इस बातचीत ने अभिजीत को झकझोर दिया, उसने महसूस किया कि नेहा सही कह रही थी, उसने तय किया कि वह अपने काम और परिवार के बीच संतुलन बनाएगा.
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अगले दिन अभिजीत ऑफिस से समय पर घर लौटा, उसने नेहा के लिए उसकी पसंदीदा चाय बनाई और उसके पास बैठकर कहा नेहा चलो बताओ की तुम्हारा दिन कैसा रहा?
नेहा ने उसकी आंखों में देखा और बोली, क्या हुआ है? तुम ठीक तो हो न?
तब अभिजीत ने कहा मैं ठीक हूं, और कल तुमने जो बात मुझसे कही थी, वह मुझे समझ आ गई है, अब तुम ऐसा समझो कि तुम्हें पहले वाला अभिजीत फिर से मिल गया है.
ये सुनकर नेहा की आंखें भर आईं, उसने महसूस किया कि अभिजीत ने उसकी भावनाओं को समझा है, अभिजीत ने नेहा से माफी मांगी और वादा किया कि वह अब से उसके साथ ज्यादा समय बिताएगा.
धीरे धीरे अभिजीत ने अपनी दिनचर्या में बदलाव किया, उसने ऑफिस का काम घर लाना बंद कर दिया और नेहा के साथ समय बिताने लगा, उसने महसूस किया कि उसकी मेहनत का असली मकसद तभी पूरा होगा, जब नेहा और वह दोनों एक साथ खुश रहेंगे.
उनकी कहानी यह सिखाती है कि रिश्तों में प्यार और समझदारी सबसे जरूरी है, भविष्य की चिंता करना जरूरी है, लेकिन वर्तमान की खुशियों को अनदेखा करना रिश्तों को कमजोर कर सकता है, अभिजीत और नेहा ने अपनी गलतियों से सीखा और अपने रिश्ते को फिर से मजबूत बनाया, दोनों ने मिलकर तय किया कि वे एक दूसरे की जरूरतों और भावनाओं का सम्मान करेंगे और हमेशा साथ निभाएंगे. | husband wife love story in hindi | पति पत्नी की दास्तान | | husband wife love story in hindi | पति पत्नी की दास्तान |🫅🏻 राजा और रानी की प्रेम कहानी 👸🏻|
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ओंकार रॉय.