“एक दूजे के वास्ते” | ek duje ke vaaste |
“एक दूजे के वास्ते” | ek duje ke vaaste | प्रेम कहानी | एक छोटे से गांव में रामनारायण और उसकी पत्नी सवित्री रहते थे। जवानी में उनका प्रेम पूरे गांव में मिसाल हुआ करता था। उन्होंने मिलकर जीवन की हर कठिनाई का सामना किया था और हर खुशी को एक साथ मनाया था। सवित्री
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