camping love story in hindi | कैंपिंग लव स्टोरी इन हिंदी |

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सपना और इंद्रजीत की अनोखी प्रेम कहानी : camping love story in hindi | कैंपिंग लव स्टोरी इन हिंदी |

सपना एक उत्साही और समझदार कॉलेज की छात्रा थी। उसके जीवन में परीक्षा का तनाव था, लेकिन उसके एग्जाम्स खत्म होने वाले थे। इस मौके को खास बनाने के लिए उसके दोस्तों ने जंगल में कैम्पिंग की योजना बनाई। यह उनके लिए परीक्षा के बाद की राहत और मनोरंजन का सबसे अच्छा तरीका था।

कैम्पिंग का दिन आखिरकार आ गया। सपना और उसके दोस्त उत्साह के साथ जंगल की ओर रवाना हुए। वे चार टेंट्स लेकर गए थे और जंगल में पहुंचकर उन्होंने अपने कैम्प का सेटअप किया। सभी ने मिलकर हँसी-मजाक, गाने, कहानियाँ और स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया। यह समय उनके लिए बेहद खास था, जहां वे सभी अपनी व्यस्त दिनचर्या से दूर प्रकृति की गोद में खुशियों के पल बिता रहे थे।

एक सुबह, सपना और उसकी सबसे अच्छी दोस्त रूपा जल्दी उठ गईं। दोनों ने सोचा कि क्यों न जंगल के घने हिस्से की ओर चलकर देखा जाए। बातों-बातों में वे दोनों इतनी दूर निकल गईं कि उन्हें ध्यान ही नहीं रहा कि वे कितनी आगे बढ़ चुकी हैं। जंगल के बीच में रूपा थक गई और उसे प्यास लगने लगी। उसने सपना से कहा, “सपना, अब मैं और नहीं चल सकती। मुझे पानी पीना है।”

सपना ने रूपा को सांत्वना देते हुए कहा, “तुम यहीं बैठो, मैं तुम्हारे लिए पानी लेकर आती हूँ।” सपना नदी की तलाश में और अंदर चली गई। उसे एक तालाब दिखा और वह पानी लेने ही वाली थी कि अचानक कुछ आदिवासियों ने उसका अपहरण कर लिया और उसे अपनी बस्ती में ले गए।

रूपा वहीं बैठी रही, लेकिन दो घंटे बीत जाने के बाद भी सपना नहीं आई। रूपा ने सपना को खोजना शुरू कर दिया। बहुत देर तक ढूँढने के बाद भी सपना का कोई पता नहीं चला। हार मानकर रूपा अपने दोस्तों के पास गई और उन्हें सबकुछ बता दिया। सबने मिलकर सपना को खोजने की कोशिश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। अंततः, वे घर लौट आए और पुलिस को सूचना दी। camping love story in hindi | कैंपिंग लव स्टोरी इन हिंदी |

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सपना आदिवासियों के पास रो रही थी। वह उनसे कह रही थी, “मुझे छोड़ दो, मैंने कुछ नहीं किया है।” परंतु आदिवासी सपना की भाषा नहीं समझ पा रहे थे और उन्हें लगा कि सपना उनके लिए खतरा है। सपना को चार दिन तक बांधकर रखा गया।

बस्ती के सरदार का एक बेटा था, इंद्रजीत। वह सपना का ध्यान रखता था। हर दिन वह सपना के लिए खाना लाता और अपने हाथों से उसे खिलाता। समय बीतता गया और सपना तीन महीने तक बस्ती में रहने लगी। उसने आदिवासियों की भाषा थोड़ी-थोड़ी सीख ली थी।

एक दिन सपना ने इंद्रजीत से कहा, “इंद्रजीत, क्या तुम मुझे यहां से बाहर निकल सकते हो? मुझे पता है तुम्हारे पिता को पता चला तो वे तुम्हें दंड दे सकते हैं, लेकिन हम यहां से बाहर जाएंगे और सुबह होने से पहले वापस आ जाएंगे।”

इंद्रजीत ने कहा, “मंजूर है।” दोनों छुप-छुपकर जंगल में घूमने लगे। सपना बहुत खुश थी, जैसे कोई पंछी पिंजरे से आजाद हुआ हो।

हर दिन रात को छुपकर दोनों जंगल चले जाते और सुबह होने से पहले वापस आ जाते थे। एक दिन, इंद्रजीत ने अपने पिता से कहा, “यह लड़की हमारी दुश्मन नहीं है। हमें उसे छोड़ देना चाहिए।” | camping love story in hindi | कैंपिंग लव स्टोरी इन हिंदी |

इंद्रजीत के पिता ने सभी कबीलेवालों से पूछा, “आप सबको क्या लगता है?” सभी ने कहा, “हमें उसे छोड़ देना चाहिए।”

इंद्रजीत भागते-भागते सपना के पास गया और उसे खुशखबरी सुनाई। सपना खुश थी और दुखी भी, क्योंकि उसे इंद्रजीत से लगाव हो गया था। वह सोचने लगी कि क्या वह इंद्रजीत को बता पाएगी कि उसे प्यार करने लगी है।

रात को इंद्रजीत सपना के पास आया और देखा कि वह रो रही थी। इंद्रजीत ने सपना को गले लगाया और कहा, “इतने दिनों से तुम्हारे साथ रहा, तुम्हें क्या लगता है, मुझे तुम्हारी आदत नहीं हो गई? मुझे भी तुमसे प्यार हो गया है।” | camping love story in hindi | कैंपिंग लव स्टोरी इन हिंदी |

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सपना ने कहा, “मुझे नहीं पता कि हमारे परिवार वाले इस रिश्ते को समझेंगे या नहीं। लेकिन हमारा प्यार सच्चा है और हम दोनों मिलकर हर कठिनाई का सामना कर सकते हैं।”

इंद्रजीत ने अपने माता-पिता से कहा कि वह सपना से प्यार करता है। इंद्रजीत के पिता ने पूछा, “क्या वह भी तुमसे प्यार करती है?” इंद्रजीत ने कहा, “हां, वह भी मुझसे प्यार करती है।”

इंद्रजीत के पिता ने कहा, “ठीक है, मैं कुछ इंतजाम करता हूँ।” उन्होंने अपने एक गुप्तचर को सपना के माता-पिता के पास भेजा और उन्हें संदेश दिया कि उनकी बेटी सुरक्षित है और उनसे मिलना चाहती है।

सभी बस्ती वाले और सपना के माता-पिता जंगल की एक चोटी पर मिले। सपना अपने माता-पिता से मिलकर बहुत खुश हुई। उसने अपने पिता को सारी कहानी बताई और कहा कि वह इंद्रजीत से प्यार करती है।

सपना के पिता ने कहा, “अगर तुमने कुछ सोचा है, तो सोच-समझ कर ही सोचा होगा। हमें खुशी है कि तुम सुरक्षित हो और खुश हो।”

कबीले के सरदार ने इंद्रजीत और सपना को शहर में रहने की अनुमति दी और उनकी धूमधाम से शादी कर दी गई। शादी के बाद उनके दो बच्चे हुए और वे बहुत खुशी से रहने लगे।

सपना के माता-पिता भी उनसे मिलने आते रहते थे और हर साल छुट्टियों में सपना और इंद्रजीत अपने बच्चों को लेकर जंगल जाते थे। बच्चे अपने दादा-दादी के साथ खेलते और सभी आदिवासी उन्हें बहुत प्यार करते थे।

सपना और इंद्रजीत का प्यार दिन-ब-दिन और बढ़ता गया। वे हमेशा एक-दूसरे से उतना ही प्यार करते रहे, जितना पहले करते थे। और यहीं उनकी कहानी समाप्त होती है। | camping love story in hindi | कैंपिंग लव स्टोरी इन हिंदी |

समाप्त।

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