“कॉलेज की प्रेम कहानी” | college love story in hindi|
यह कॉलेज के लड़का और लड़की की कहानी है, रोहन और रोशनी की मुलाकात कॉलेज के पहले दिन हुई थी। रोशनी हिंदी साहित्य की छात्रा थी और रोहन कंप्यूटर साइंस का छात्र था। पहली नजर में ही दोनों को एक दूसरे से कुछ खास लगाव महसूस हुआ। क्लास के बाद कैंटीन में मिलना और फिर लाइब्रेरी में एक साथ पढ़ाई करना उनकी आदत बन गई। धीरे-धीरे यह दोस्ती गहरे प्यार में बदल गई।
रोहन और रोशनी का प्यार हर दिन बढ़ता गया। उनके हंसते-खिलखिलाते चेहरों और साथ में बिताए गए पलों को देखकर दोस्तों को भी उनके बीच के इस खास रिश्ते का पता चल गया था। रोशनी का भाई, राजू, जो कॉलेज के अंतिम वर्ष का छात्र था, उसे अपने परिवार की इज्जत और परंपराओं की बड़ी चिंता थी। उसे रोहन और रोशनी का प्यार मंजूर नहीं था।
एक दिन राजू ने रोहन को कैंपस के पीछे बुलाया और उसे धमकाया, “तुम रोशनी से दूर रहोगे, वरना अंजाम बुरा होगा।” रोहन ने विनम्रता से राजू को समझाने की कोशिश की, लेकिन राजू ने गुस्से में आकर रोहन को बुरी तरह पीट डाला। इस घटना के बाद भी रोहन और रोशनी ने हार नहीं मानी। वे चोरी-छिपे मिलते रहे और एक-दूसरे का हौसला बनाए रखा। #”कॉलेज की प्रेम कहानी” | college love story in hindi|
कॉलेज के अंतिम वर्ष तक आते-आते रोहन और रोशनी की मुश्किलें और भी बढ़ गईं। लेकिन उन्होंने एक-दूसरे से बिछड़ने की बात कभी नहीं की। दोनों ने ठान लिया था कि चाहे जो भी हो, वे अपने प्यार के लिए लड़ेंगे। रोहन ने रोशनी से वादा किया कि वह अपने करियर में सफल होकर उसकी और उसके परिवार की सारी समस्याओं का हल निकाल देगा।
कॉलेज खत्म होने के बाद रोहन ने एक बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी पा ली और रोशनी ने हिंदी साहित्य में एमए करने का फैसला किया। दोनों ने अपने-अपने करियर में मेहनत की और सफलता हासिल की। रोहन की कंपनी में तरक्की हो गई और रोशनी ने अपनी लेखनी से पहचान बना ली।
एक दिन रोहन और रोशनी ने अपने परिवारों को अपने प्यार के बारे में बताने का फैसला किया। रोहन के परिवार ने तो उन्हें खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया, लेकिन रोशनी का परिवार, खासकर राजू, अब भी उनके रिश्ते के खिलाफ थे। रोशनी के माता-पिता ने एक साल तक रोहन को स्वीकारने से इंकार कर दिया। #”कॉलेज की प्रेम कहानी” | college love story in hindi|
लेकिन रोहन और रोशनी ने हार नहीं मानी। रोहन ने रोशनी के माता-पिता को कई बार समझाने की कोशिश की। वह अपने घर के पास के मंदिर में रोज प्रार्थना करता रहता। धीरे-धीरे रोशनी के माता-पिता को रोहन की सच्चाई और रोशनी के प्रति उसके प्यार का एहसास हुआ।
एक दिन रोशनी के पिता ने रोहन को अपने घर बुलाया और कहा, “रोहन, हम जानते हैं कि तुम रोशनी से सच्चा प्यार करते हो। हमें तुम्हारी मेहनत और समर्पण ने बहुत प्रभावित किया है। हम चाहते हैं कि तुम हमारी बेटी को खुश रखो।” रोहन और रोशनी की आंखों में खुशी के आंसू थे। उनका प्यार आखिरकार जीत गया।
कुछ महीनों बाद रोहन और रोशनी की शादी धूमधाम से हुई। उनके परिवार और दोस्त सभी खुशी-खुशी इस खुशी के मौके पर शामिल हुए। शादी के बाद दोनों अपने-अपने करियर में और भी ऊंचाइयों पर पहुंचे। उनका प्यार और भी गहरा हो गया। रोशनी का परिवार अब रोहन को बेटे की तरह मानने लगा था और राजू भी उन्हें स्वीकार कर चुका था।
रोहन और रोशनी अब बहुत खुश थे। उन्होंने अपने प्यार और समर्पण से सबको साबित कर दिया कि सच्चे प्यार के आगे कोई भी बाधा टिक नहीं सकती। उनकी कहानी आज भी उनके दोस्तों और परिवार के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।
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नमस्ते! मेरा नाम ओंकार है, और मैं एक भावुक ब्लॉगर और लेखक हूँ, बचपन से ही किताबों और कहानियों के प्रति मेरा गहरा लगाव रहा है, इन्हीं कहानियों ने मुझे इस दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी,
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ओंकार .
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