kabhi main kabhi tum | कभी मैं कभी तुम |

kabhi main kabhi tum | “कभी मैं कभी तुम” |

kabhi main kabhi tum | “कभी मैं कभी तुम” |

अंजली एक साधारण और मासूम लड़की थी, जिसकी शादी अमित नाम के एक कामयाब लड़के से तय हो चुकी थी। अंजली बहुत खुश थी क्योंकि उसे अपने सपनों का राजकुमार मिल गया था। उसे ऐसा पति चाहिए था, जो जिम्मेदार हो, सफल हो, और अपने काम से काम रखता हो। उसे उन लड़कों से सख्त नफरत थी जो आवारा होते हैं और अपना समय दोस्तों के साथ बेवजह घूमने में बिताते हैं। लेकिन अमित में उसे वो सब गुण मिले जो उसने अपने सपनों में देखे थे।

शादी की तैयारी जोरों पर थी, पर एक दिन अंजली और अमित के बीच एक छोटी सी बात पर बहस हो गई। अंजली के पिता ने कहा कि वे शादी के लिए फर्नीचर देंगे, लेकिन अमित ने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया और कहा, “हम भिखारी नहीं हैं, हमें आपके फर्नीचर और पैसों की जरूरत नहीं है।” यह सुनकर अंजली को बहुत बुरा लगा, लेकिन उसने इसे दिल पर नहीं लिया।

कुछ दिन बाद, जब शादी में सिर्फ एक हफ्ता बचा था, अमित ने अंजली को मिलने के लिए बुलाया। उसने कहा, “मैं तुमसे शादी नहीं कर सकता। और उसकी सगाई की अंगूठी लौटा दी। और कहा की मैं किसी और से प्यार करता हूँ।” यह सुनकर अंजली को चक्कर आ गया और वह गिर पड़ी। अमित ने उसे होश में लाने के लिए उसके चेहरे पर पानी मारा। अंजली ने होश में आने के बाद कुछ नहीं कहा, उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करे। अमित ने माफी मांगी और कहा, “हो सके तो मुझे माफ कर दो,” और वहां से चला गया। | kabhi main kabhi tum | कभी मैं कभी तुम |

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अंजली रोते हुए वहां से निकली और रिक्शा का इंतजार करने लगी। तभी अमित का भाई श्याम वहां आया और उसने अंजली को रोते हुए देखा। उसने अपनी गाड़ी रोकी और पूछा, “भाभी, आप क्यों रो रही हैं? क्या हुआ है?” अंजली ने रोते हुए बताया, “तुम्हारे भाई ने मुझसे शादी करने से मना कर दिया है। वह किसी और से प्यार करता है।” श्याम ने उसे घर छोड़ने की पेशकश की और कहा, “अगर आपको किसी भी चीज की जरूरत हो, तो मुझे बता सकती हो।”

अंजली ने घर पहुंचते ही अपने माता-पिता को सब कुछ बता दिया। उनके माता-पिता को विश्वास नहीं हो रहा था कि उनकी बेटी के साथ ऐसा कुछ हो सकता है। कुछ दिन बाद, अमित के माता-पिता और श्याम अंजली के घर आए माफी मांगने के लिए। अंजली ने श्याम को देखा और उससे कहा, “क्या तुम मुझसे शादी करोगे?” श्याम हैरान हो गया,

लेकिन उसने कहा, “आप परेशान मत होइए, सब कुछ ठीक हो जाएगा।” लेकिन अंजली ने उसे फिर से पूछा, “क्या तुम मुझसे शादी करोगे? मेरी माता-पिता की इज्जत का सवाल है।” श्याम ने हामी भर दी और अपने माता-पिता को यह बात बताई। पहले तो वे चौंक गए, लेकिन बाद में मान गए और अंजली और श्याम की शादी तय हो गई।

अंजली और श्याम की शादी धूमधाम से हुई। दोनों एक-दूसरे का बहुत ख्याल रखते थे और उनका प्यार दिन-ब-दिन बढ़ता गया। श्याम ने अंजली को हर खुशी देने का वादा किया था, और उसने यह वादा निभाया भी। वह अंजली के हर ख्वाब को पूरा करने की कोशिश करता था।

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अंजली ने श्याम के साथ एक नए जीवन की शुरुआत की और उसे अपना सच्चा साथी पाया। श्याम ने भी अंजली का बहुत ध्यान रखा और उसे हर मुश्किल घड़ी में सहारा दिया। अंजली और श्याम का प्यार दिन-ब-दिन गहरा होता गया। | kabhi main kabhi tum | कभी मैं कभी तुम |

दूसरी ओर, अमित ने रीमा से शादी की, जो उसकी कंपनी के मालिक की बेटी थी। लेकिन उनकी शादी में कई समस्याएँ आ रही थीं। रीमा ने एक दिन गुस्से में कहा, “तुम्हारे पास क्या है? लोग तुम्हें सिर्फ इसलिए जानते हैं क्योंकि तुम मेरे पति हो। तुम्हें मेरे हिसाब से चलना होगा।” यह सुनकर अमित को एहसास हुआ कि उसने अंजली के साथ कितना बुरा किया था।

अमित और रीमा के बीच झगड़े बढ़ते गए। रीमा का स्वभाव काफी तुनकमिजाज था और वह छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करती थी। अमित को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने अंजली के साथ किए गए अपने बर्ताव के लिए खुद को दोषी माना। उसने कई बार अंजली को याद किया और सोचा कि अगर उसने अंजली के साथ गलत नहीं किया होता तो उसकी जिंदगी कितनी खुशहाल होती।

अंजली और श्याम का प्यार और बढ़ता गया और उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया। वे अपनी शादीशुदा जिंदगी में बहुत खुश थे। अंजली ने श्याम के साथ अपने जीवन में कई खुशियाँ देखीं और दोनों ने मिलकर हर मुश्किल का सामना किया। श्याम ने अंजली को कभी भी किसी चीज की कमी नहीं होने दी और उसे हमेशा खुश रखा। | kabhi main kabhi tum | कभी मैं कभी तुम |

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एक दिन, अंजली को एक समारोह में अमित और रीमा मिले। अमित ने देखा कि अंजली और श्याम कितने खुश थे और उसने उनसे माफी मांगी। अंजली ने उसे माफ कर दिया और कहा, “जो कुछ भी हुआ, वह किस्मत में लिखा था। अब हम सभी को अपने-अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।”

यह कहानी हमें सिखाती है कि प्यार और सम्मान से भरी जिंदगी ही सबसे सुखदायी होती है। अंजली और श्याम की कहानी हमें यह भी बताती है कि सच्चा प्यार किसी भी मुश्किल का सामना कर सकता है और हर मुश्किल घड़ी में एक-दूसरे का सहारा बन सकता है। उन्होंने अपनी जिंदगी को प्यार और सम्मान से भरपूर बनाया और एक-दूसरे के साथ खुशहाल जीवन बिताया।

इस प्रकार, अंजली और श्याम की कहानी एक प्रेरणा है, जो हमें यह सिखाती है कि सच्चे प्यार और समर्पण से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है और खुशहाल जीवन जिया जा सकता है। | kabhi main kabhi tum | कभी मैं कभी तुम |

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