“Main Naa Bhoolungi” ( मैं ना भूलूंगी ) |breakup story in hindi |
शिखा गुप्ता एक साधारण, खुशमिजाज और बुद्धिमान लड़की थी, जो अपने माता-पिता के साथ मुंबई में रहती थी। उसकी जिंदगी में खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा जब उसे एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी मिल गई। इसी दौरान, उसकी मुलाकात समीर वर्मा से हुई, जो एक आकर्षक और धनी बिजनेस मैन था। समीर का व्यक्तित्व और उसकी बातों का जादू शिखा पर ऐसा छाया कि वह जल्द ही उसकी मोहब्बत में पड़ गई।
समीर ने शिखा को प्रपोज किया, और दोनों ने धूमधाम से शादी कर ली। शादी के बाद, शिखा को ऐसा लगा मानो उसकी जिंदगी एक सपने की तरह सुंदर हो गई हो। लेकिन यह खुशियां ज्यादा समय तक नहीं टिक पाई। शादी के कुछ ही महीनों बाद, समीर का असली चेहरा सामने आ गया। समीर एक धोखेबाज और क्रूर व्यक्ति था, जिसने शिखा से सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए शादी की थी।
समीर ने शिखा को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। वह उसे अक्सर अपमानित करता और मारता-पीटता। शिखा को अपनी किस्मत पर रोना आता, लेकिन वह अपने माता-पिता को दुखी नहीं करना चाहती थी, इसलिए सब कुछ सहती रही। समीर का उद्देश्य शिखा के पिता की संपत्ति हड़पना था, लेकिन जब उसे पता चला कि शिखा के पिता ने अपनी संपत्ति शिखा के नाम कर दी है, तो समीर ने शिखा से छुटकारा पाने का फैसला किया। “Main Naa Bhoolungi” |breakup story in hindi |
एक दिन, समीर ने शिखा को मारने की कोशिश की, लेकिन किस्मत से शिखा बच गई। उसने अपनी जान बचाई और अपने माता-पिता के पास वापस चली गई। उसने समीर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की, लेकिन समीर के प्रभाव और पैसों के कारण उसे न्याय नहीं मिला। शिखा ने हार नहीं मानी। उसने ठान लिया कि वह समीर से बदला लेगी और अपनी जिंदगी वापस हासिल करेगी। “Main Naa Bhoolungi” |breakup story in hindi |
शिखा ने एक नई पहचान अपनाई और अंजलि के नाम से अपनी नई जिंदगी की शुरुआत की। उसने अपना हुलिया बदल लिया और खुद को पूरी तरह से बदल दिया ताकि कोई उसे पहचान न सके। अंजलि के रूप में, उसने समीर की कंपनी में नौकरी की तलाश की और अपने कौशल के बल पर उसे हासिल कर लिया। उसने धीरे-धीरे समीर के बिजनेस में अपनी जगह बनाई और उसके विश्वास को जीत लिया। समीर को अंदाजा नहीं था कि अंजलि ही उसकी पूर्व पत्नी शिखा है।
अंजलि ने समीर के सभी गुप्त राज और गुनाहों का पता लगाना शुरू किया। उसने समीर के काले कारनामों के सबूत जुटाए और उसे कानून के शिकंजे में फंसाने की योजना बनाई। एक दिन, अंजलि ने समीर के सारे गुनाहों को उजागर करते हुए उसे पुलिस के हवाले कर दिया। समीर को उसके अपराधों की सजा मिली और उसे जेल भेज दिया गया।
समीर के जेल जाने के बाद, शिखा ने अपनी असली पहचान उजागर की। वह अपने माता-पिता के पास वापस आई और अपनी जिंदगी को फिर से नई शुरुआत देने का निर्णय लिया। उसने अपनी नौकरी में तरक्की हासिल की और अपने माता-पिता की देखभाल की जिम्मेदारी उठाई। “Main Naa Bhoolungi” |breakup story in hindi |
समीर से बदला लेने के बाद, शिखा ने अपनी जिंदगी को नए सिरे से जीने की ठान ली। उसने समाज के अन्याय और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने का फैसला किया और एक एनजीओ शुरू किया, जो घरेलू हिंसा और अन्याय के शिकार लोगों की मदद करता था।
शिखा की इस नई शुरुआत ने उसे न केवल समाज में एक नई पहचान दिलाई, बल्कि उसे मानसिक शांति और संतोष भी दिया। उसने अपने ऊपर हुए अन्याय का बदला लिया और अपने साहस और धैर्य के साथ यह साबित कर दिया कि वह कभी नहीं भूली और न ही झुकी।
निष्कर्ष:
“Main Naa Bhoolungi” एक ऐसी कहानी है जो यह दिखाती है कि साहस और धैर्य के साथ किसी भी कठिनाई का सामना किया जा सकता है। शिखा की कहानी हमें सिखाती है कि कभी भी हार न मानें और अपने हक के लिए लड़ें। उसने अपने जीवन की चुनौतियों को स्वीकार किया और अपने संघर्ष से न केवल खुद को बल्कि समाज को भी प्रेरित किया। शिखा ने साबित कर दिया कि सही मायने में वही जीतता है जो कभी हार नहीं मानता। “Main Naa Bhoolungi” |breakup story in hindi |
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