main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई

main or mere dost ki girlfriend | “एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई” ❣️👩🏻‍❤️‍💋‍👨🏻❣️

main or mere dost ki girlfriend | “एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई” 🥹

मेरी गलती नहीं थी,
मैंने मेरे दोस्त नकुल की गर्लफ्रेंड से यह नहीं कहा था कि वह मेरे साथ रिलेशन में आए, सच कहूं तो, हम रिलेशन में नहीं आए थे, बल्कि हमारे बीच गलती से कुछ हो गया था, मैं आपको बताता हूं कि क्या हुआ था.

मेरा नाम राकेश है, और नकुल मेरा बचपन का दोस्त है, हम दोनों स्कूल से लेकर कॉलेज तक साथ थे, जब हम फर्स्ट ईयर में थे, तब नकुल को एक लड़की से प्यार हो गया, जब नकुल ने उसे अपने प्यार के बारे में बताया, तो उसने भी “हाँ” कह दिया और दोनों रिलेशन में आ गए, वे दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे, लेकिन उन्होंने मुझे कभी अकेला महसूस नहीं होने दिया, हम तीनों कॉलेज में साथ ही रहते, कैंटीन में साथ बैठते, और कभी कभी बाहर घूमने भी जाते, हाँ संडे को वे दोनों अकेले घूमने जाते थे, और जाना भी चाहिए, क्योंकि वे रिलेशन में थे, उन्हें भी साथ में समय बिताने का हक था.

कई बार मैं नकुल और श्रद्धा को कहता कि वे थोड़ा साथ में टाइम बिताया करें, लेकिन उन्होंने कभी यह नहीं कहा कि उन्हें अकेले बात करनी है, वे हमेशा मजाक में कहते, जब तुम्हारी भी कोई गर्लफ्रेंड होगी, तब हम तुम्हें अकेला छोड़ेंगे, सबकुछ अच्छे से चल रहा था, कॉलेज खत्म होने के बाद भी वे दोनों मेरे रूम पर आते, हम साथ में पढ़ाई करते और कभी कभी कैरम भी खेलते.

एक दिन नकुल बहुत उत्साहित होकर मेरे रूम पर आया और बोला, तुम दोनों को एक अच्छी खबर देनी है.

श्रद्धा ने कहा बताओ ना, क्या है तुम्हारी अच्छी खबर?
नकुल ने खुश होकर कहा मेरा सपना पूरा होने वाला है, मैं अपने परिवार के साथ मनाली जा रहा हूं, और पता है, मैं कब जा रहा हूं?

मैंने कहा जल्दी बताओ ना यार !
उसने जवाब दिया, कल रात 11 बजे.

श्रद्धा और मैं हैरान रह गए कि नकुल ने हमें इतनी देर से बताया, श्रद्धा ने गुस्से में कहा नकुल तुमने एक बार भी मेरे बारे में नहीं सोचा? तुम कल जा रहे हो और मुझे आज बता रहे हो?

नकुल ने सफाई दी, अरे यार मुझे भी आज ही पता चला, पापा ने हमें सरप्राइज़ दिया है, मम्मी को भी नहीं पता था. | main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई |

main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई

यह सुनकर श्रद्धा शांत हो गई और बोली नकुल मैं तुम्हें बहुत मिस करूंगी.

उस दिन हम तीनों नकुल के लिए शॉपिंग करने गए और फिर मेरे रूम पर लौटे, थोड़ी देर गप्पे मारीं, फिर श्रद्धा और नकुल अपने अपने घर चले गए.

अगले दिन नकुल कॉलेज नहीं आया क्योंकि उसे फैमिली के साथ शॉपिंग करनी थी, और उसे रात को जल्दी निकलना था, मैं और श्रद्धा कॉलेज गए, लेकिन कॉलेज खत्म होने के बाद अपने अपने घर चले गए.

फिर अगले दिन श्रद्धा ने मुझसे कहा राकेश मैं तुम्हारे रूम पर आऊंगी, असाइनमेंट भी लिखना है और मुझे प्रोग्रामिंग में भी दिक्कत हो रही है.

मैंने कहा ठीक है, आ जाना.

इसके बाद तीन चार दिन तक वह रोज मेरे रूम पर आई, हम असाइनमेंट लिखते, प्रोग्रामिंग के डाउट्स क्लियर करते और फिर वह अपने घर चली जाती.

एक दिन कॉलेज खत्म होने के बाद, श्रद्धा मेरे रूम पर आई, हम नोट्स बना रहे थे जब उसने कहा राकेश बहुत बोर हो रहा है, चल ना, कोई मूवी देखते हैं, तुम्हारे पास कोई अच्छी मूवी है?

मैं तब अपने नोट्स लिख रहा था, तो मैंने कहा हां लेकिन मेरे लैपटॉप में है, देख लो, वहीं रखा है.

श्रद्धा ने लैपटॉप उठाया और मेरे पास आकर बैठ गई, वह मूवी ढूंढने लगी कि कौन सी सबसे अच्छी होगी, मेरे पास हर तरह की मूवी थीं ड्रामा, कॉमेडी, एडवेंचर, रोमांटिक, हॉरर

श्रद्धा ने कहा मुझे हॉरर या रोमांटिक मूवी देखनी है.

मैंने कहा 3G मूवी देखो, उसमें हॉरर के साथ रोमांस भी है.

उसने कहा ठीक है वही देखते हैं. | main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई |

main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई

मूवी शुरू हुई, शुरुआत में मूवी थोड़ी रोमांटिक थी, तो हम चुपचाप देखते रहे, लेकिन जैसे ही हॉरर सीन आया, श्रद्धा मुझसे चिपक गई, उसने डर के मारे मुझे गले लगा लिया. | main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई |

मैं चुप बैठा रहा, मुझे समझ नहीं आया कि क्या करूं, हॉरर सीन खत्म होने के बाद भी उसने मुझे नहीं छोड़ा, मैं भी वैसे ही बैठा रहा, उस समय मेरा दायां पैर सुन्न पड़ गया था, लेकिन मैंने उसे कुछ नहीं बताया, शायद इसलिए कि यह पहली बार था जब किसी लड़की ने मुझे इस तरह गले लगाया था.

फिर एक रोमांटिक किसिंग सीन आया, श्रद्धा ने मेरी तरफ देखा और हल्की सी मुस्कुराई, मैं भी मुस्कुराया, उसने धीरे से मेरे गर्दन पर हाथ रखा और मेरे होंठों को देखने लगी.

धीरे धीरे उसने अपने होंठ मेरे करीब लाए और मुझे किस करने लगी,

मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था, पर मुझे अच्छा लग रहा था, मैंने भी उसका साथ दिया और हम दोनों उस लम्हे में पूरी तरह खो गए.

ऐसा पाँच दस मिनट तक चलता रहा, फिर श्रद्धा ठहर गई, उसने कहा राकेश, बस हो गया, अब मैं चलती हूँ.

उसने अपना बैग उठाया और चली गई, उसके जाने के बाद मुझे ऐसा लगा कि मैंने जो किया, वह गलत था, मैंने नकुल के साथ अच्छा नहीं किया, लेकिन अगले दिन जब श्रद्धा और मैं कॉलेज में मिले, तो उसने कहा हमारे बीच जो भी हुआ, वह नकुल को मत बताना, उसे भूल जाओ.

मैंने भी सोचा कि मुझसे भी गलती हुई और उससे भी, सबसे बड़ी बात तो यह थी कि हम दोनों को अपनी गलती का एहसास हो गया था, इसलिए हमने इसे एक घटना समझकर भुला दिया.

दो तीन दिन बाद नकुल मनाली से वापस आया, मुझे पता था कि हमने उसके साथ गलत किया है, लेकिन मैं उसे बता भी नहीं सकता था, श्रद्धा ने भी नकुल को पहले जैसा ही अटेंशन दिया, मुझे लगा कि अब सब कुछ ठीक हो गया है, लेकिन ऐसा नहीं था. | main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई |

main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई

उसके आने के लगभग कुछ दिन बाद रात को श्रद्धा ने मुझे मैसेज किया, मुझे तुमसे एक बात करनी है, क्या मैं तुमसे कुछ पूछ सकती हूँ? | main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई |

मैंने जवाब दिया बोलो क्या हुआ? तुम्हारा और नकुल का झगड़ा हुआ क्या?

उसने कहा नहीं ऐसा कुछ नहीं है, लेकिन मैं तुमसे कुछ कहना चाहती हूँ, और जो भी कहूँगी, वह तुम नकुल को नहीं बताओगे इसका वादा करो,

मैंने कहा हाँ मैं उसे कुछ नहीं बताऊँगा, बताओ क्या बात है? तब उसने कहा मुझे तुम अच्छे लगते हो और मुझे तुम्हारे साथ रहना अच्छा लगता है.

यह सुनकर मैं हैरान रह गया, मुझे समझ नहीं आ रहा था कि उसे क्या जवाब दूँ, मुझे लगा था कि उसे अपनी गलती पर पछतावा होगा, लेकिन ऐसा नहीं था.

मैंने उससे कहा तुम ऐसा कैसे कह सकती हो? नकुल मेरा बचपन का दोस्त है! तुम ऐसा सोच भी कैसे सकती हो कि मैं उसे धोखा दूँगा? और मुझे तो लगा था कि तुम सच में नकुल से प्यार करती हो !

उसने जवाब दिया मैं उसे धोखा नहीं दे रही, मैं उससे बहुत प्यार करती हूँ, लेकिन मुझे तुम भी पसंद हो, मैं नकुल को कभी छोड़ना नहीं चाहती बस कभी कभी तुमसे मिलना चाहती हूँ.

मैंने गुस्से से कहा तुम क्या बोल रही हो श्रद्धा ? प्यार ऐसा नहीं होता कि तुम अपने बॉयफ्रेंड के साथ भी रहो और किसी और के साथ भी अच्छा महसूस करो, प्यार तो सिर्फ एक से होता है, | main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई |

main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई

अगर तुम सच में नकुल से प्यार करती होती, तो मेरे बारे में कभी सोचती भी नहीं, और रही बात उस दिन की, तो मुझे भी नहीं पता था कि हम दोनों कितनी बड़ी गलती कर रहे हैं, लेकिन बाद में समझ आया कि हमने बहुत गलत किया, श्रद्धा, हमसे गलती हुई थी, पर मैं उस गलती को सुधारना चाहता हूँ, न कि उसे दोहराना.

मैंने गहरी सांस ली और आगे कहा तुम जितनी जल्दी इस बात को समझ सकती हो समझ लो, और अब इस बारे में मुझसे कभी बात मत करना उसने धीरे से कहा ठीक है. | main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई |

कुछ दिन बाद हम तीनों कॉलेज कैंपस में बैडमिंटन खेल रहे थे, तब नकुल ने कहा तुम दोनों खेलो, मैं थोड़ी देर बैठता हूँ.

वह हमारे बैग्स के पास जाकर बैठा और श्रद्धा का मोबाइल उठा लिया, उसका लॉक तो उसे पता था ही, उसने मोबाइल अनलॉक किया और सीधे व्हाट्सएप खोल लिया, उसने हमारी सारी चैट्स पढ़ लीं.

फिर वह गुस्से से मेरी तरफ आया और मुझे जोर से एक थप्पड़ मार दिया, वह गालियाँ देने लगा और बोला मैंने तुम्हें सच में एक अच्छा और भरोसेमंद दोस्त समझा था, लेकिन तुम तो एक साँप निकले !

श्रद्धा चुपचाप देखती रही, नकुल ने उसकी तरफ मुड़कर कहा और तुम, मुझे लगा था कि तुम मुझसे सच्चा प्यार करती हो, लेकिन आज पता चला कि तुम्हारी सोच कितनी गंदी है.

उसकी आँखों में गुस्सा और दर्द दोनों थे, वह बोलता रहा मैं मनाली गया था और हर बार तुम्हारा ख्याल आता था, मैंने अपनी बहन से भी कितनी बार कहा कि श्रद्धा यहाँ होती तो कितना अच्छा होता, लेकिन मुझे क्या पता था कि तुम यहाँ मेरे दोस्त के साथ क्या कर रही थी!

उसकी हालत देखकर मुझे बहुत बुरा लग रहा था, लेकिन मैं कुछ कह नहीं पाया, मुझे पता था कि मुझसे गलती हुई है, श्रद्धा ने भी कुछ नहीं कहा. | main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई |

DALL·E 2025 02 18 17.25.42 A furious young Indian man shouting at his friend raising his hand in anger. The other boy looks guilty and helpless while a girl stands nearby loo
main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई

नकुल वहाँ से गुस्से में अपने घर चला गया, मैंने भी बिना कुछ कहे वहाँ से अपने रूम की तरफ कदम बढ़ा दिए.

जैसे ही मैं अपने रूम पर पहुँचा, मैंने सबसे पहले अपना बैग रखा और श्रद्धा को हर जगह से ब्लॉक कर दिया, और उसका नंबर हमेशा के लिए डिलीट कर दिया.

फिर मैंने फैसला किया कि आज के बाद मैं किसी दोस्त की गर्लफ्रेंड से ज्यादा बात नहीं करूँगा, मेरे फोन में तीन चार दोस्तों की गर्लफ्रेंड के नंबर सेव थे, मैंने उनके नाम के आगे ‘बहन’ लिख दिया, जब भी किसी दोस्त की गर्लफ्रेंड से बात करता, तो उसे ‘दी’ या ‘बहन’ कहकर पुकारता.

मैंने अपना सबसे अच्छा दोस्त खो दिया था, और यह गलती दोबारा नहीं दोहराना चाहता था.

मैंने नकुल को बहुत बार कॉल किया, लेकिन उसने मेरी एक भी कॉल रिसीव नहीं की आज इस घटना को दो साल हो गए हैं, लेकिन उसके दिल में मेरे लिए अब भी वही नफरत है.

तात्पर्य:

यह कहानी सच्ची दोस्ती विश्वास और गलतियों के परिणामों पर आधारित है, इससे यह सीख मिलती है कि क्षणिक भावनाओं और गलत निर्णयों से न केवल रिश्ते टूटते हैं, बल्कि वर्षों पुरानी दोस्ती भी बर्बाद हो सकती है, किसी दोस्त की गर्लफ्रेंड या पार्टनर के साथ नजदीकियाँ बढ़ाने से रिश्तों में दरार आ सकती है और विश्वास टूट सकता है, सच्चा प्यार और दोस्ती दोनों ही ईमानदारी और निष्ठा पर आधारित होते हैं, और अगर इनका सम्मान न किया जाए, तो वे कभी भी पहले जैसे नहीं रह सकते. | main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई |❣️ Husband wife love story 💑🏻🪽|

main or mere dost ki girlfriend | एक भूल ! जो सब कुछ बदल गई

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *