pride and prejudice story hindi | एक प्रसिद्ध प्रेम कहानी |
यह प्रेम कहानी इंग्लैंड की है, इसे मशहूर अंग्रेज़ी लेखिका जेन ऑस्टिन (Jane Austen) ने लिखा है। यह उपन्यास पहली बार 1813 में प्रकाशित हुआ था। हमने आपके लिए यह कहानी हिंदी में सुंदर ढंग से प्रस्तुत की है।
भारत के एक छोटे से गाँव “वृंदावन” में रहने वाला मिश्रा परिवार अपने छोटे से मकान में खुशहाल जीवन बिता रहा था, परिवार में पाँच बेटियाँ थीं सबसे बड़ी बेटी पूजा, फिर सुनिता, मीना, कविता और सबसे छोटी राधिका, श्रीमती मिश्रा का सबसे बड़ा सपना था, कि उनकी बेटियों की शादी अच्छे और संपन्न घरों में हो जाए, वे हर समय शादी के बारे में ही सोचती रहती थीं।
गाँव में एक खबर तेजी से फैल रही थी, कि दिल्ली से एक बड़ा व्यापारी परिवार श्री बंसल परिवार पास के कृष्णा हाउस में रहने आ रहा है, श्रीमती मिश्रा को यह सुनकर बहुत खुशी हुई क्योंकि श्री बंसल के छोटे बेटे विवेक बंसल का नाम खूब प्रसिद्ध था। वह युवा, हैंडसम और संपन्न था, और श्रीमती मिश्रा को यह सुनहरा मौका नजर आया कि वह अपनी सबसे बड़ी बेटी पूजा की शादी विवेक से करा दें। | pride and prejudice story hindi |
कुछ दिनों बाद, गाँव में एक बड़ा धार्मिक उत्सव हुआ जिसमें मिश्रा परिवार और बंसल परिवार भी शामिल हुए, विवेक बंसल ने पूजा को पहली बार देखा और वह उसकी सादगी और स्वभाव से प्रभावित हुआ। दोनों ने पूरे उत्सव के दौरान एक दूसरे से बातें की और विवेक को पूजा बेहद पसंद आई। लेकिन विवेक के साथ उसका करीबी दोस्त अर्जुन भी आया था, जो बंसल परिवार का बिजनेस पार्टनर था। अर्जुन बहुत ही घमंडी और शांत स्वभाव का था। उसने पूरे उत्सव के दौरान किसी से भी घुलने मिलने की कोशिश नहीं की, और खासकर पूजा की बहन सुनिता को नाचने के लिए मना कर दिया। उसकी इस हरकत से सुनिता को अर्जुन बहुत घमंडी और अभिमानी लगा। | pride and prejudice story hindi |
विवेक और पूजा के बीच धीरे धीरे मुलाकातें बढ़ने लगीं, जबकि अर्जुन और सुनिता के बीच दूरियाँ बनी रहीं, हालांकि, अर्जुन सुनिता की समझदारी और आत्मनिर्भरता से प्रभावित हो रहा था, एक दिन, पूजा बीमार पड़ गई और विवेक ने उसकी देखभाल की, वहीं, सुनिता अपने दोस्त पायल से मिलकर अर्जुन के बारे में एक और कहानी सुनती है। पायल उसे बताती है कि अर्जुन ने उसके भाई राहुल को धोखा दिया और उसकी जमीन हड़प ली। यह सुनकर सुनिता का अर्जुन के प्रति घृणा और बढ़ जाती है।
कुछ हफ्तों बाद, बंसल परिवार अचानक बिना किसी सूचना के दिल्ली वापस चला जाता है, पूजा का दिल टूट जाता है क्योंकि उसे लगा कि विवेक ने उसे बिना किसी कारण छोड़ दिया, उधर, सुनिता को अर्जुन से मिलने और बातचीत करने का मौका मिलता है, एक दिन अर्जुन अचानक सुनिता के सामने विवाह का प्रस्ताव रखता है, जिसे सुनिता तुरंत ठुकरा देती है। वह उसे घमंडी और हृदयहीन समझती है, और उसे राहुल के साथ किए गए अन्याय का जिम्मेदार मानती है। अर्जुन शांत रहता है लेकिन उसे सुनिता के इनकार से झटका लगता है।
इसके बाद अर्जुन सुनिता को एक पत्र देता है, जिसमें वह अपनी सफाई देता है, वह बताता है कि राहुल ने खुद अपनी जमीन जुए में हारी थी, और अर्जुन ने कभी भी उसका नुकसान नहीं किया, साथ ही, अर्जुन यह भी बताता है कि उसने विवेक को पूजा से दूरी बनाने की सलाह इसलिए दी थी क्योंकि उसे लगा कि पूजा की भावनाएँ उतनी गहरी नहीं थीं। अर्जुन के इस पत्र ने सुनिता को सोचने पर मजबूर कर दिया। | pride and prejudice story hindi |
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इस बीच, पूजा का दिल टूटने के बाद वह अपनी मौसी के पास दिल्ली चली जाती है, वहां जाकर उसे पता चलता है कि विवेक उससे अब भी प्यार करता है, लेकिन अर्जुन के समझाने पर उसने दूरी बनाई थी, विवेक अब पूजा से माफी मांगने के लिए गाँव लौटता है, और उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखता है, पूजा कुछ समय के लिए झिझकती है, लेकिन अंततः वह विवेक के प्यार को स्वीकार कर लेती है। | pride and prejudice story hindi |
उधर, सुनिता को अर्जुन का पत्र पढ़कर एहसास होता है, कि उसने अर्जुन के प्रति पूर्वाग्रह बना लिया था, वह अर्जुन से माफी मांगने जाती है और उसे बताती है कि उसने उसे गलत समझा, अर्जुन उसकी माफी को खुशी खुशी स्वीकार करता है, और दोनों के बीच स्नेह बढ़ता है।
कुछ समय बाद, पूजा और विवेक की शादी धूमधाम से होती है, और सुनिता और अर्जुन भी अपने प्यार को स्वीकार करते हुए, शादी का फैसला लेते हैं। मिश्रा परिवार की पाँचों बहनों में से दो बहनों की शादी अच्छे घरों में हो जाती है, और पूरे परिवार में खुशी छा जाती है।
इस कहानी का संदेश है, कि पहले से बनी गलत धारणा और अभिमान को छोड़कर इंसान को दूसरों के चरित्र और भावनाओं को समझने की कोशिश करनी चाहिए, सच्चा प्यार और समझदारी रिश्तों को मजबूत करती है, और गलतफहमियों से बचने के लिए संवाद और विश्वास महत्वपूर्ण होते हैं। 🦜 Sweet love story 🦜 pride and prejudice story hindi | pride and prejudice story hindi | pride and prejudice story hindi | pride and prejudice story hindi |
नमस्ते! मेरा नाम ओंकार रॉय है, और मैं एक भावुक ब्लॉगर और स्टॉक मार्केट ट्रेडर हूँ। बचपन से ही किताबों और कहानियों के प्रति मेरा गहरा लगाव रहा है। इन्हीं कहानियों ने मुझे इस दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
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ओंकार रॉय.