romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी

romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी |

romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी | एक प्लेन क्रैश की प्रेम कहानी |🌹💑

यह कहानी एक अनुष्का नाम की लड़की की है, अनुष्का का बंगलोर के R. V. College of Engineering में एडमिशन हो गया था। वह बहुत खुश थी क्योंकि वह पहली बार विमान में बैठने जा रही थी, उसके माता-पिता भी खुश थे कि उनकी बेटी इतने बड़े कॉलेज में रैंक लगा गई, वो भी उसे एयरपोर्ट तक छोड़ने आए, और उसकी फ्लाइट का इंतजार करने लगे।

और वह पल आ गया कि अनुष्का प्लेन में बैठने जा रही थी, वह प्लेन में बैठ गई, लेकिन उसे थोड़ा सा बुरा भी लग रहा था। क्योंकि वह विंडो सीट पर नहीं बैठ पाई। अब फ्लाइट मणिपुर से बंगलोर के लिए उड़ चुकी थी। 

सब लोग फ्लाइट का मजा ले रहे थे। कोई फोटोज निकल रहा था, तो कोई सफर का मजा ले रहा था, और अनुष्का आज पहली बार अपने शहर को ऊपर से देख रही थी, अपना शहर कितना सुंदर दिख रहा है, ये सोच कर अनुष्का मन ही मन में खुश हो रही थी।

पर उसे ठीक से दिख नहीं रहा था तब उसने उसके बाजू वाले सीट पर बैठे लड़के से कहा क्या मैं उस साइड पर बैठ सकती हूँ, उस लड़के ने कहा हाँ क्यों नहीं, आप यहाँ बैठ सकती हैं। |romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी |

फिर अनुष्का विंडो सीट पर बैठ गई, और उसके कुछ समय बाद ही विमान हिलने लगा, जिससे सभी यात्री डर गए। विमान के क्रू मेम्बर्स ने सभी यात्रियों को समझाया कि आप घबराएं मत, वातावरण की वजह से ऐसा हो रहा है, इसमें डरने की कोई बात नहीं है, और सबको अपनी-अपनी सीटबेल्ट बांधने के लिए कहा।

लेकिन ऐसा कुछ नहीं था, सच तो यह है कि विमान का इंजन खराब हो गया था, पायलट ने दूसरे इंजन पर विमान चलाने की कोशिश की पर वह भी डरा हुआ था और उस दौरान पायलट ने बहुत सारी गलतियां की और इस वजह से विमान का कोई भी चीज़ काम नहीं कर रही थी।

मतलब पायलट अब कुछ नहीं कर सकता था, हालांकि विमान अभी भी उड़ रहा था। फिर भी पायलट कोशिश कर रहा था। और पायलट ने सभी क्रू मेम्बर को कहा कि तुम तब तक सभी यात्रियों को पैराशूट दो, मैं तब तक अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूंगा।

विमान के क्रू मेम्बर ने सभी यात्रियों को पैराशूट दिए और सभी को बताया कि पैराशूट कैसे पहनना है, और कब और कैसे खोलना है, सभी यात्री डरे हुए थे, कोई रो रहा था, तो कोई भगवान का नाम ले रहा था, और अनुष्का तो चुप चाप बैठी थी. |romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी |

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उसे ऐसा लग रहा था कि अब उसका आखरी दिन है, पायलट ने सभी क्रू मेम्बर से कहा कि अब हमारे हाथ में कुछ नहीं रहा, सब को बता दो जल्दी से कूद जाएं, और अपने पैराशूट सही टाइम पर खोल दो, अब सभी क्रू मेम्बर्स एक-एक करके सभी यात्रियों को प्लेन से नीचे कूदने में मदद कर रहे थे।

पांच मिनट के अंदर ही सब यात्री जल्दी जल्दी प्लेन से नीचे छलांग मारी, अब सिर्फ प्लेन में पायलट और क्रू मेम्बर बचे थे, वे लोग भी प्लेन से कूद रहे थे, तभी प्लेन एक बड़े से पहाड़ को जाकर टकरा गया और सब क्रू मेम्बर मारे गए।

और जो पैराशूट से यात्री कूदे थे, वे लोग जंगल में अलग-अलग जगह पर जाकर गिर गए, पर अनुष्का एक बड़े से पेड़ के ऊपर गिर गई थी, उसे वहाँ से नीचे उतरना भी नहीं आ रहा था, उसका पैराशूट पेड़ में फस गया था, उसे क्या करूं समझ नहीं आ रहा था।

तब वहाँ वो लड़का आ गया, वही लड़का जो प्लेन में अनुष्का के बाजू में बैठा था, उसने देखा कि अनुष्का पेड़ पर फस गई है, तब उसने पेड़ पर चढ़कर अनुष्का को नीचे उतारा, अनुष्का ने उससे पूछा कि तुम्हारा नाम क्या है, तब उस लड़के ने बताया कि उसका नाम आशीष है. |romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी |

अनुष्का ने आशीष को धन्यवाद कहा, चलो हम यहां से बाहर निकलने का मार्ग खोजते हैं, आशीष ने कहा कि ये जंगल बहुत बड़ा है, जंगल इतना बड़ा है, कि दूर-दूर तक ना कोई बस्ती है, और नहीं कोई गांव है।

अनुष्का ये सुनकर डर गई, और बोली, अब हम क्या करेंगे, हम क्या खाएंगे और कहाँ रहेंगे? आशीष ने कहा, हमें अब पेड़ पर ही लकड़ी का घर बनाकर रहना पड़ेगा। जब तक कोई हमें बचाने के लिए नहीं आता, तब तक हमें यही रहना पड़ेगा।

तब आशीष ने बोला, चलो साथ में एक नदी या तालाब ढूंढते हैं। अनुष्का और आशीष नदी ढूंढने लगे, उन्हें नदी ढूंढने में पूरा एक दिन लगा, पर जब उन्हें नदी मिली तो वे खुशी से पागल होने लगे थे। तब अनुष्का ने कहा, जब हम शहर में थे, तब हमें पानी की कोई वैल्यू नहीं थी। हम होली खेलते थे तो हम बहुत पानी वेस्ट करते थे। मुझे आज पता चला कि मानव के जीवन में पानी की कितनी जरूरत है। तब आशीष ने बोला, तुम सही कह रही हो, और आशीष और अनुष्का पेट भरकर पानी पी लिया, और अब वे दोनों को रात होने से पहले पेड़ पर घर बांधना था।

दोनों ने कुछ बांस की लकड़ियाँ तोड़ी और आते समय उन्हें खाने के लिए कुछ फल मिले। उन दोनों ने मिलकर फल खाया और नदी के किनारे एक पेड़ पर एक घर बनाया। अब रात हो चुकी थी और कुछ फल बच गए थे, वे उन्होंने खाए। और वे दोनों सो गए, पर दोनों को भी नींद नहीं आ रही थी।

वहाँ बहुत ठंड थी, उन्होंने आग जलाई और वहाँ ही बैठकर बातें करने लगे। दोनों ने बहुत सारी बातें की और सोने चले गए और सो गए। अगले दिन जब वे उठे तो अनुष्का पहले उठी तो देखा कि आशीष अनुष्का से गले लगकर सो गया था। |romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी |

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अनुष्का ने उसे जोर से धक्का दिया और आशीष भी डरकर उठा। अनुष्का उसे बोली, मुझे पता नहीं था कि तुम एसे लड़के हो। तुम्हें मुझे चिपकर सोने के लिए किसने कहा? अनुष्का ने आशीष को बहुत बुरा-भला कहा, पर सच यही था कि अनुष्का को पता नहीं था कि आशीष नहीं, अनुष्का उसे चिपकर सोई थी।

आशीष ने उसे बताया, पर अनुष्का ने उसकी एक नहीं सुनी, और आशीष से कहा कि  तुम मुझसे दस फीट दूर रहो, तुमसे ये उम्मीद नहीं थी, और वहां से चली गई, और नदी के किनारे जाकर बैठी। आशीष भी पेड़ से नीचे उतर गया, और नदी में स्नान किया, फिर आशीष घने जंगल में फल ढूंढने के लिए चला गया।

अनुष्का ने भी उसके जाने के बाद नदी में स्नान किया और जो पेड़ के ऊपर घर था, उसमें जाकर बैठ गई, आशीष दो-तीन घंटे बाद फल लेकर आया और अनुष्का को फल दे दिया, और नदी के किनारे जाकर बैठा और सोचने लगा कि क्या हमें यहां से निकलने में कोई मदद मिलेगी या हमें खुद ही कोशिश करनी चाहिए। |romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी |

उसने आस-पास ऐसी जगह होजनी शुरू की कि कोई उन्हें खोजने आए तो उन्हें पता चले कि यहां कोई है, उसको एक खाली जगह चाहिए थी, कि वहां वे कुछ निशान बनाएं ताकि  उन्हें खोजने में आसानी हो, पर अब पांच दिन बीत चुके थे।

अब तक कोई नहीं आया था, उन्हें लगता था कि आर्मी अपने हेलीकॉप्टर लेकर आएगी और हमें बचाएँगे, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, उनको कोई भी ढूंढने नहीं आया, न कुछ हल्चल दिखी। अब उन्हें क्या करना चाहिए, कुछ समझ नहीं आ रहा था, और अनुष्का अभी भी उससे बात नहीं करती थी।

जो बात करती सब काम की बात करती थी, यूँ ही एक एक दिन बीतता चला जा रहा था, एक दिन क्या हुआ, हर दिन की तरह आशीष घने जंगल में फल लेने के लिए चला गया और अनुष्का नदी के किनारे खड़ी थी, और पानी में पत्थर फेंक रही थी।

तब वहाँ उसकी तरफ भेड़ियों का एक समूह आ रहा था, अनुष्का ने भागते भागते पेड़ पर चढ़ने लगी, उसमें से एक भेड़िए ने अनुष्का का पैर पकड़ा और उसे नीचे खींचने लगा। अनुष्का के हाथ में जो पत्थर था, उसने उसके मुंह पर मारा, तब उस भेड़िए ने अनुष्का का पैर छोड़ दिया।

और अनुष्का पेड़ पर घर में जाकर बैठ गई, तब भी भेड़िए वहाँ से चले नहीं गए, भेड़िए बहुत देर तक पेड़ के नीचे ही घूम रहे थे, बाद में वे चले गए, और एक घंटे बाद आशीष फल लेकर आया और पेड़ पर चढ़ा और घर में जाते ही देखा कि अनुष्का रो रही है।

अनुष्का ने आशीष को देखते ही उसे अपने गले लगाया और जोर से रोने लगी और उसे सब बात बता दी, आशीष ने कहा, अब चुप हो जाओ, मैं आया ना, अब डरने की कोई बात नहीं है। |romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी |

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आशीष ने बोला, दिखाओ तुम्हारा पैर कितना काटा है, उसने पैर देखा तो बहुत ज्यादा काटा हुआ था। आशीष ने अनुष्का से बोला, तुम तब तक फल खाओ, में तुम्हारे पैर के लिए कुछ जड़ी बूटी लेके आता हूँ। तब तक तुम यही रहना। और आशीष  जड़ी बूटी लेकर आया और अपने हाथों से अनुष्का के पैर में लगाया। |romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी |

तब अनुष्का ने बोला, मैंने तुम्हें इतना सुनाया तब भी तुम मेरे लिए ये सब कर रहे हो? आशीष, तुम क्यों मेरे लिए इतना सब कर रहे हो? तब आशीष ने बोला, मुझे भी नहीं पता, मुझे तुम्हारे साथ रहना पसंद है। क्यों है ये मुझे नहीं पता। ये सुनकर अनुष्का को अच्छा लगा।

पर अनुष्का कुछ नहीं बोली, वह आशीष को देखती रही और आशीष बोलते जा रहा था, और अनुष्का सुनती जा रही थी। उस दिन के बाद अनुष्का और आशीष के बीच एक अलग सा रिश्ता बन गया था, दोनों को एक दूसरे का लगाव होने लगा था।

पर अब बहुत दिन निकल चुके थे, उन्हें पता चल गया था कि अब उन्हें कोई बचाने नहीं आएगा, अनुष्का ने कहा हमें यह जगह छोड़ देनी चाहिए, तब आशीष ने कहा कि तुम सही बोल रही हो, हमें दिन में चलना पड़ेगा और रात को किसी पेड़ पर ही रुकना पड़ेगा, उन्होंने अगले दिन सुबह जल्दी उठकर चलना शुरू कर दिया.

पर अनुष्का को चलाना नहीं आ रहा था, क्योंकि अभी तक उसका पैर ठीक नहीं हुआ था, तब थोड़ी देर चलने के बाद अनुष्का के पैर से खून निकलने लगा, तब आशीष ने पूछा, अगर तुम्हें कोई दिक्कत न हो, तो क्या मैं तुम्हें अपनी गोद में उठा कर चल सकता हूँ? क्योंकि हमें बहुत दूर जाना है। |romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी |

अनुष्का ने धीरे से कहा, हां, और आशीष ने अनुष्का को अपनी गोद में उठाया और चलने लगा। आशीष अपने जीवन में पहली बार किसी लड़की को अपनी गोद में उठाया होगा, दोनों भी बहुत खुश थे, दोनों मन ही मन सपने सजा रहे थे।

 अब आशीष अनुष्का को लेकर बहुत दूर आ गया था, उसे पता भी नहीं चला कि वह कितने दूर आ गया है। अब रात होने वाली थी।

दोनों ने एक पेड़ पर रात गुजारी और हर दिन की तरह वे दिन में चलते और रात को एक अच्छा सा पेड़ ढूंढते और वहाँ रात गुजारते। ऐसे ही अनुष्का और आशीष 45 दिन चलते रहे और अब उनके लिए एक नया सूरज उगा और उन्हें एक बस्ती दिखी, दोनों खुशी से पागल हो रहे थे।

उन्होंने मिलकर जंगल से बाहर निकले, उन्हें क्या करूं समझ नहीं आ रहा था। अनुष्का ने खुशी में आशीष को प्यार से गले लगाया और बोली, तुम्हारे कारण मैं इस भयानक जंगल से बाहर निकल चुकी हूँ। तुम न होते तो मेरा क्या होता, पता नहीं। मैं तो उस पेड़ पर ही मर जाती।” |romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी | |romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी |

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आशीष ने उसके आठों पर उंगली रखी और बोला, चुप, बिल्कुल चुप। तुम अब कुछ भी बोल रही हो, तुम्हे लगता है कि मेरे वजह से तुम जिंदा हो, पर ऐसा कुछ नहीं है। हम दोनो एक साथ नहीं होते तो हम दोनो भी शायद जिंदा न होते, और अब वे उस बस्ती की ओर गए।”

और वहां के लोग उन्हें देखकर हैरान हो गए कि ये दोनों कहां से आए है। तब अनुष्का और आशीष ने उनके सामने सब कुछ बता दिया। अनुष्का और आशीष 45 दिनों तक जंगल में कैसे रहे होंगे, यह सुनकर बस्ती वालों को बहुत बुरा लगा।

उन्होंने दोनों को रहने के लिए जगह दी और कुछ दिन अनुष्का और आशीष वहां रहे, और दोनों अपने घर जाने के लिए तैयार थे। वे बहुत खुश थे क्युकी वे अपने माता-पिता से बहुत दिनों के बाद मिलने वाले थे।

तब जाते समय, अनुष्का ने आशीष से कहा, “तुम्हारा मोबाइल नंबर तो देके जाओ। तब दोनो ने एक-दूसरे का मोबाइल नंबर लिया और दोनो अपने-अपने घर चले गए। अनुष्का के परिवार वाले और माता-पिता बहुत खुश थे, उन्हें उम्मीद नहीं थी कि इतने दिन बीत जाने के बाद उनकी बेटी वापस आएगी। |romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी |

 पर अब अनुष्का को देख कर बहुत खुश हुए, और आशीष के घर पर भी सब ऐसे ही खुश थे, लेकिन कुछ दिन बीत जाने के बाद, अनुष्का और आशीष को घर में मन नहीं लग रहा था।

जैसे कि कोई चीज गुम हो गई हो, दोनो एक-दूसरे को बहुत याद कर रहे थे, तब अनुष्का ने आशीष को कॉल लगाया और बोली, तुम बहुत बदल गए हो आशीष, क्या तुम्हें मेरी याद नहीं आती है?

आशीष ने कहा, बहुत आती है, पर क्या करें, तुम्हें कॉल लगा कर क्या बात करूँ, समझ नहीं आ रहा था, इस लिए नहीं किया। तब अनुष्का ने बोला, मुझे लगा तुम अपने परिवार को मिलने की खुशी में भूल गए होंगे, आशीष ने कहा ऐसा कुछ नही है।

उन्होंने बहुत देर तक बात की और मिलने की योजना बनाई, और वे दोनों जल्द ही एक होटल में मिले। उन्होंने साथ में खाना खाया और ढेर सारी बातें कीं। बातों-बातों में अनुष्का ने आशीष से कहा, मैं तुमसे प्यार करने लगी हूँ। क्या तुम मेरे साथ जिंदगी भर के लिए साथ रहने के लिए तैयार हो? अनुष्का ये जब बोल रही थी, 

तब अनुष्का के आंखों से आंसू आ रहे थे। तब आशीष ने अनुष्का के आंसू पोंछते हुए कहा, मैं भी तुमसे प्यार करता हूँ, पर तुम्हें कभी बोल नहीं पाया। मैं तो कितने दिनों से ये कहने के लिए तरस रहा था, पर मुझे ऐसा लगा कि तुम्हें बुरा लगेगा तो तुम मुझसे बात करना ही छोड़ दूंगी। इस लिए मेरी कभी ये सब कहने की हिम्मत नहीं हुई।

और इस तरह दोनों ने एक-दूसरे के साथ जिंदगी बिताने का फैसला किया और अपने माता-पिता को बताया। और दोनो ने धूमधाम से शादी की और शादी होने के बाद अनुष्का ने आगे की पढ़ाई की और आशीष ने अपने पापा का व्यवसाय संभाला। अब दोनों भी बहुत खुश थे, क्योंकि उन्हें सच्चा प्यार करने वाला साथी मिला था। दोनों ने एक-दूसरे का साथ दिया, और यह कहानी यहां ही खत्म होती है. | |romantic love story in hindi | सुंदर प्रेम कहानी | love story in hindi |

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