travel love story in hindi | ट्रैवल लव स्टोरी इन हिंदी |

Travel love story in hindi | “ट्रैवल लव स्टोरी इन हिंदी” |

Travel love story in hindi | “ट्रैवल लव स्टोरी इन हिंदी” |

सुमन, 27 साल की दिल्ली निवासी लड़की थी, जिसे यात्रा करना बेहद पसंद था। वह हर महीने एक नई जगह घूमने जाती और अपनी ट्रैवल डायरी में उन यादों को संजोती। इस बार, सुमन अपनी मामा की बेटी की शादी के लिए गाँव आई थी। शादी का माहौल और गाँव की सरलता सुमन को बहुत भा रही थी, लेकिन शादी के बाद उसे दिल्ली लौटना था। उसने अपना सामान बांधा और ट्रेन पकड़ने के लिए स्टेशन पहुँच गई।

ट्रेन में उसकी सीट एक युवक के पास थी, जिसकी उम्र लगभग 25 साल रही होगी। सुमन ने देखा कि युवक के चेहरे पर चिंता और उदासी की लकीरें साफ झलक रही थीं। सुमन ने अपनी जगह ली और युवक से हल्की-फुल्की बात करने की कोशिश की। युवक ने नम आँखों से मुस्कुराने की कोशिश की, लेकिन उसकी उदासी स्पष्ट थी।

सुमन ने धीरे से पूछा, “क्या आप ठीक हैं?” युवक ने थोड़ा हिचकते हुए कहा, “हाँ, बस कुछ परेशानियाँ हैं।”

सुमन ने धीरे-धीरे बात आगे बढ़ाई और पता चला कि युवक का नाम आरव था। आरव गाँव का रहने वाला था और वह दिल्ली जा रहा था। उसके माता-पिता का देहांत हो चुका था और उसकी जिम्मेदारी छोटे भाई-बहन पर थी। आरव बेरोजगार था और दिल्ली में नौकरी की तलाश में जा रहा था ताकि अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके।

सुमन ने उसकी स्थिति को समझते हुए कहा, “दिल्ली में नौकरी मिलना आसान नहीं है, लेकिन अगर आपकी मेहनत और लगन है, तो आपको जरूर सफलता मिलेगी।” आरव ने दुखी मन से कहा, “मैं हर मुमकिन कोशिश करूंगा। मेरे भाई-बहन मुझपर निर्भर हैं।” |travel love story in hindi | ट्रैवल लव स्टोरी इन हिंदी |

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सुमन ने अपनी बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई के दौरान सीखे हुए गुर और अपने पिता के बिजनेस एक्सपीरियंस को ध्यान में रखते हुए आरव को कुछ सलाह दी। उसने आरव को कुछ इंटरव्यू टिप्स दिए और बताया कि किस तरह से बड़े शहरों में नेटवर्किंग की जाती है।

ट्रेन के सफर के दौरान सुमन और आरव के बीच एक अनजाना सा रिश्ता बन गया था। वे एक दूसरे की बातों को समझने लगे थे और एक दूसरे की मदद करने की कोशिश कर रहे थे। दिल्ली पहुँचने के बाद, सुमन ने आरव को अपने पिताजी की कंपनी में एक इंटरव्यू दिलवाया। |travel love story in hindi | ट्रैवल लव स्टोरी इन हिंदी |

आरव ने सुमन के पिताजी के ऑफिस में इंटरव्यू दिया और अपने सरल स्वभाव और कड़ी मेहनत के प्रति अपने समर्पण को दिखाया। सुमन के पिताजी को आरव की ईमानदारी और सच्चाई पसंद आई और उन्होंने उसे कंपनी में एक नौकरी दे दी।

आरव की जिंदगी में एक नया मोड़ आया था। उसने मेहनत से काम किया और जल्द ही अपनी जगह बना ली। अब वह अपने परिवार की जिम्मेदारियाँ निभाने में सक्षम था। सुमन और आरव की दोस्ती धीरे-धीरे गहरी होती गई। वे एक-दूसरे से अपनी हर छोटी-बड़ी बातें शेयर करते और एक-दूसरे के सुख-दुख के साथी बन गए।

कुछ महीनों बाद, एक दिन सुमन ने आरव को ऑफिस के बाद एक कैफे में मिलने के लिए बुलाया। दोनों ने चाय की चुस्कियों के बीच एक-दूसरे की बातों का आनंद लिया। अचानक, सुमन ने गंभीर होते हुए कहा, “आरव, मैं तुमसे कुछ कहना चाहती हूँ।”

आरव ने चौंकते हुए सुमन की तरफ देखा, “क्या हुआ सुमन? सब ठीक तो है न?”

सुमन ने हिम्मत जुटाते हुए कहा, “आरव, मैं तुम्हें दिल से प्यार करती हूँ। मैं तुम्हारे साथ अपनी पूरी जिंदगी बिताना चाहती हूँ। क्या तुम मुझसे शादी करोगे?” |travel love story in hindi | ट्रैवल लव स्टोरी इन हिंदी |

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आरव ने चौंकते हुए कहा, “सुमन, तुम बड़े घर की लड़की हो और मैं एक साधारण गाँव का लड़का। मेरी वजह से तुम्हारी और तुम्हारे परिवार की बदनामी होगी। मैं तुम्हारे लायक नहीं हूँ। मेरे पास अभी कुछ भी नहीं है।”

सुमन ने उसकी आँखों में झांकते हुए कहा, “रिश्ते पैसे से नहीं बनाए जाते। रिश्ते तो प्यार और अपनों से बनाए जाते हैं, और मुझे तुम अपने लगते हो। मैंने कभी तुम्हें पराया नहीं समझा। तुमने एक पल में ही मुझे पराया बना दिया। आरव, मैं सच में तुमसे प्यार करती हूँ। मुझे तुम्हारे साथ रहना अच्छा लगता है। जब तुम मुझसे बात करते हो, तो मैं सब कुछ भूल जाती हूँ, खुद को भी भूल जाती हूँ।

तुम्हें लगता है कि तुम्हारी वजह से मेरी और मेरे परिवार की बदनामी होगी, तुम गलत हो। ऐसा नहीं होगा, और अगर हुआ भी तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन क्या सोचता है। मुझे बस इतना ही पता है कि तुम मुझे अच्छे लगते हो और मैं तुम्हारे साथ जिंदगी भर रहना चाहती हूँ। क्या तुम मुझसे शादी करोगे?”

यह सुनकर आरव की आँखों में आँसू आ गए। उसके माता-पिता के जाने के बाद उसे कोई अपना मिल गया था, कोई अपना सा। उसने सुमन को बोला, “सुमन, मैं तुम्हारे प्रस्ताव को स्वीकार करता हूँ। मुझे नहीं पता था कि तुम मुझसे इतना प्यार करती हो। मैं जिंदगी भर तुम्हारा साथ दूंगा। तुमने जो मुझ पर भरोसा दिखाया है, उसे कभी नहीं तोड़ूंगा।”

इस तरह, सुमन और आरव की प्रेम कहानी ने एक नया मोड़ लिया। उन्होंने अपने परिवारों की खुशी और समर्थन के साथ एक-दूसरे का साथ निभाया और जीवन की हर चुनौती को एक साथ पार किया। उनके प्यार की कहानी एक ट्रेन के सफर से शुरू होकर एक गहरे रिश्ते में बदल गई, जहाँ सच्चा प्यार और विश्वास ही उनकी सबसे बड़ी ताकत थी।

अब, सुमन और आरव ने मिलकर अपने भविष्य की योजनाएँ बनाई और हर दिन को एक नए सफर की तरह जिया। उन्होंने पाया कि जिंदगी में चाहे कितनी भी मुश्किलें हों, अगर साथ देने वाला कोई हो तो हर सफर आसान हो जाता है और हर मंजिल खूबसूरत। |travel love story in hindi | ट्रैवल लव स्टोरी इन हिंदी |

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