सच्चे प्यार की झूठी कहानी | love story in hindi |
अनिकेत और सान्या कॉलेज के दिनों से ही एक-दूसरे से बेइंतेहा प्यार करते थे। दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे गहरी होती गई और एक दिन अनिकेत ने सान्या को प्रपोज कर दिया। सान्या ने खुशी-खुशी हाँ कर दी और दोनों का रिश्ता और मजबूत हो गया। वे हमेशा एक-दूसरे के साथ रहने की ख्वाहिश रखते थे और शादी के सपने देखते थे।
एक दिन अनिकेत अपने दोस्तों के साथ रोड ट्रिप पर गया। रास्ते में उनकी गाड़ी का भयंकर एक्सीडेंट हो गया। अनिकेत गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। जब सान्या को इस हादसे के बारे में पता चला, तो उसका दिल धड़कने लगा। वह दौड़ती हुई अस्पताल पहुंची और अनिकेत को बेहोशी की हालत में देखा। सच्चे प्यार की झूठी कहानी | love story in hindi |
डॉक्टरों ने बताया कि अनिकेत का पैर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और उसे बचाने के लिए उसे काटना पड़ेगा। यह सुनकर सान्या के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। वह अंदर से टूट चुकी थी, लेकिन उसने खुद को संभाला और अनिकेत के पास बैठ गई। अनिकेत को होश आने पर सान्या ने उसे हिम्मत दी और बताया कि वह हमेशा उसके साथ रहेगी।
कुछ दिनों बाद, जब अनिकेत को अस्पताल से छुट्टी मिली और वह घर वापस आया, तो सान्या का व्यवहार धीरे-धीरे बदलने लगा। पहले तो वह अनिकेत का ख्याल रखती थी, लेकिन धीरे-धीरे वह उससे दूरी बनाने लगी। अनिकेत ने यह महसूस किया और सान्या से पूछने की कोशिश की, लेकिन सान्या हर बार कोई न कोई बहाना बना देती।
एक दिन अनिकेत ने सान्या से सीधे पूछ ही लिया, “सान्या, तुम मुझसे दूरी क्यों बना रही हो? क्या हुआ है?”
सान्या की आँखों में आंसू आ गए। उसने जवाब दिया, “अनिकेत, मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ, लेकिन अब हमारी जिंदगी पहले जैसी नहीं रह सकती। तुम्हारे साथ रहकर मैं खुद को कमजोर महसूस करने लगी हूँ।”
अनिकेत यह सुनकर स्तब्ध रह गया। उसने सान्या को समझाने की कोशिश की, “सान्या, मैं जानता हूँ कि यह सब हमारे लिए आसान नहीं है, लेकिन हम एक-दूसरे का सहारा बन सकते हैं।”
सान्या ने अपनी आँखें पोंछते हुए कहा, “अनिकेत, मैं तुम्हारी तकलीफ देख नहीं पा रही हूँ। मुझे लगता है कि मैं अब तुम्हारे साथ नहीं रह सकती। यह फैसला मेरे लिए बहुत मुश्किल है, लेकिन मुझे माफ कर दो।”
अनिकेत ने कोई जवाब नहीं दिया। उसकी आँखों में आंसू थे, लेकिन उसने सान्या को जाने दिया। सान्या ने कुछ दिन बाद शहर छोड़ दिया और अनिकेत अकेला रह गया।
समय बीतता गया, अनिकेत ने अपने जीवन को फिर से संवारने की कोशिश की। उसने अपने आप को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत किया। उसने नई चुनौतियों का सामना किया और अपने करियर में आगे बढ़ा।
वहीं दूसरी तरफ, सान्या भी अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने की कोशिश कर रही थी, लेकिन अनिकेत की यादें उसे अक्सर परेशान करती थीं। उसने महसूस किया कि शायद उसने गलत फैसला लिया था।
एक दिन, कई सालों बाद, सान्या ने अनिकेत को एक कॉन्फ्रेंस में देखा। अनिकेत को देखकर उसके दिल में फिर से वही प्यार जाग उठा। उसने अनिकेत से माफी मांगी और उसे फिर से अपनाने की बात कही। लेकिन इस बार अनिकेत ने उसे समझाया कि अब उनकी जिंदगी के रास्ते अलग हो चुके हैं। अच्छा होगा कि तुम फिर से मेरी जिंदगी में आने की कोशिश ना ही करो। इस तरह, उनकी प्रेम कहानी खत्म हो जाती है।
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ओंकार .
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