Sun Mere Dil | सुन मेरे दिल | एक अजीब प्रेम कहानी |
मैं उर्वशी हूँ, यह कहानी मेरी ज़िंदगी के उन पन्नों की है, जिनमें दर्द, त्याग, और उम्मीद की स्याही घुली हुई है, यह कहानी मैंने अपने दिल से लिखी है, ताकि मेरे दर्द और संघर्ष की दास्तान हर उस इंसान तक पहुँचे, जो कभी हालात के आगे झुका हो.
मेरे पिता धर्मपाल जी ईमानदारी की मिसाल थे, उनका जीवन सादगी और मेहनत से भरा हुआ था, बचपन से मैंने उन्हें आर्यन सिंघानिया के घर काम करते देखा था, आर्यन सिंघानिया भारत का सबसे बड़ा बिजनेस मैन था, मेरे पिता सिर्फ उनके पर्सनल असिस्टेंट नहीं थे, बल्कि उनके परिवार के सदस्य जैसे थे, लेकिन पिता को आर्यन की एक आदत से सख़्त नफ़रत थी, और वह आदत थी शराब पीने की वे हमेशा आर्यन को शराब पीते हुए देखते थे, जिससे उन्हें उस पर तरस आता था, उन्होंने बार बार आर्यन सिंघानिया को समझाया भी था कि वह शराब छोड़ दे, लेकिन आर्यन ने कभी उनकी बात नही सुनी. | sun mere dil | सुन मेरे दिल |
मेरी माँ सुशीला और मेरे छोटे भाई जय के साथ हमारा छोटा सा परिवार था, जय जो हमारी दुनिया का चिराग था, हम सब उसे बहुत प्यार करते थे, लेकिन वह हमेशा बीमार रहता था, एक दिन उसे बड़े डॉक्टर के पास लेके गए, तब डॉक्टर ने हमें बताया कि उसे ब्लड कैंसर है, ये सुनकर तो जैसे हमारी ज़िंदगी की नींव हिल गई, इलाज का खर्चा सुनकर पिता के चेहरे पर जो मायूसी देखी थी, उसने मेरा दिल तोड़ दिया, इलाज का खर्चा 2.75 करोड़ की बात सुनकर वह खामोश हो गए, उस रात उनकी आँखों में सिर्फ असहायता थी, मेरे पिता अब सब तरह से टूट गए थे, उन्होंने घर आने के बाद किसी से कोई बात नही की और अगले दिन उन्होंने यह दुनिया छोड़ दी,
पिता के जाने के बाद, मेरा हौसला टूट चुका था, लेकिन जय की तरफ़ देखते ही मेरे अंदर एक अजीब सी ताकत जाग उठी मैंने खुद से वादा किया कि मैं हर हाल में अपने भाई को बचाऊँगी, पर मेरे पास रास्ता नहीं था, तभी मेरे मन में एक ख्याल आया आर्यन सिंघानिया मैंने लोगों से सुना था कि उसकी दिलचस्पी लड़कियों में बहुत ज्यादा है, मुझे अपने भाई के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाने से भी परहेज नहीं था.
मैंने आर्यन के ऑफिस में इंटरव्यू देकर जॉब ली, पहले ही दिन मैं उसके केबिन में गई और हिम्मत जुटाकर उससे कहा, मुझे 2.75 करोड़ की जरूरत है, मैं इसके बदले कुछ भी करने को तैयार हूँ, यहाँ तक कि खुद को भी बेचने के लिए. | sun mere dil | सुन मेरे दिल |
आर्यन ने चौंककर मेरी तरफ देखा, उसकी आँखों में अजीब सा सवाल था, उसने कहा तुम ऐसा क्यों कह रही हो? क्या कोई परेशानी है?
मैंने जवाब दिया, नहीं बस आप मुझे पैसे दीजिए.
उसने पूछा, तुम मेरे पास ही क्यों आई हो?
मैंने उसकी आँखों में देखते हुए कहा, क्योंकि मैंने सुना है कि आपके कई लड़कियों के साथ नाजायज रिश्ते हैं.
यह सुनकर वह गुस्से से भड़क उठा, लेकिन उसने खुद को शांत किया, फिर उसने पूछा, तुम्हें किसने यह सब कहा?
मैंने कहा, लोगों से सुना. | sun mere dil | सुन मेरे दिल |
वह कुछ देर खामोश रहा, फिर उसने अपनी टेबल से चेकबुक निकाली और 2.75 करोड़ का चेक साइन करके मुझे देते हुए कहा, तुम्हारे पिता ने मेरी और मेरी कंपनी के ऊपर बहुत एहसान है, यह उनके एहसान का कर्ज है, और मुझे इसके बदले कुछ नहीं चाहिए, अगर तुम चाहो तो कल से ऑफिस ज्वाइन कर सकती हो.
उसकी बातें सुनकर मेरी आँखें भर आईं, मैं कुछ कह नहीं पाई बस चेक लेकर बाहर आ गई.
डॉक्टर ने कहा कि इलाज के लिए जल्दी ऑस्ट्रेलिया जाना होगा, लेकिन इससे पहले जय के लिए ब्लड डोनर की जरूरत थी, मैंने खुद ब्लड डोनेट करने की कोशिश की पर मेरा ब्लड मैच नहीं हुआ, तभी डॉक्टर ने कहा कि डोनर मिल गया है.
मुझे नहीं पता था कि वह डोनर कोई और नहीं, बल्कि आर्यन था. उसने यह बात मुझसे छुपाई, अगले दिन उसने कहा, मैं जय के साथ ऑस्ट्रेलिया जाऊँगा, तुम मत आना अगर तुम मेरे साथ आओगी, तो मुझे अच्छा नहीं लगेगा.
आर्यन सिंघानिया और जय ऑस्ट्रेलिया गए, और जय का इलाज किया और उसका इलाज सफल रहा, जब वह ठीक होकर लौटा, तो मेरा जीवन में खुशी से भर गया, पिता के जाने के बाद पहली बार में खुश हुई, और रोने भी लगी और उनकी तस्वीर को देखकर कहने लगी की पापा हमारा जय ठीक हुआ, काश आप भी हमारे साथ होते, लेकिन इस दौरान मैंने आर्यन के बारे में जो समझा, उसने मेरे दिल को छू लिया था, वह सिर्फ एक बिजनेसमैन नहीं था, बल्कि एक ऐसा इंसान था, जो दूसरों के दर्द को समझ सकता था. | sun mere dil | सुन मेरे दिल |
आर्यन सिंघानिया एक ऐसा नाम जिसे सुनकर मैं कभी नर्वस हो जाती थी, तो कभी सवालों में उलझ जाती थी, सच कहूं तो शुरू में मैंने आर्यन को बहुत गलत समझती थी, इसकी वजह थी मेरी सबसे करीबी दोस्त हीना.
हीना ने मुझसे कहा था कि आर्यन सिंघानिया लड़कियों को फंसाने के लिए तरह तरह के तरीके अपनाता है, कभी पैसे का लालच तो कभी उनकी मजबूरी का फायदा उठाता है, उसकी बातों ने मुझे आर्यन से डरने पर मजबूर कर दिया, मैंने खुद को उससे जितना दूर रखा जा सकता था, उतना रखा. | sun mere dil | सुन मेरे दिल |
हालांकि कुछ बातों ने मुझे परेशान करना शुरू कर दिया, इतने दिनों में आर्यन ने कभी भी मेरे साथ बुरा बर्ताव नहीं किया, वह हमेशा सम्मान से बात करता था, मुझे समझ नहीं आ रहा था कि अगर वह इतना बुरा इंसान है, तो मुझे ऐसा क्यों नहीं लगता?
इन्हीं सवालों से जूझते हुए एक दिन मैंने ऑफिस में हीना और समीर की बात सुनी, मैं उनकी बात सुनकर चौंक गई.
हीना कह रही थी,
मेरा निशाना सही जगह पर लगा है, उर्वशी अब कभी भी आर्यन के बारे में नहीं सोच सकती,
समीर ने पूछा,
कौन सा निशाना?
हीना ने हंसते हुए जवाब दिया,
मैंने उर्वशी को आर्यन सिंघानिया के खिलाफ पूरी तरह से भड़का दिया है, अब वह कभी उसकी ओर नहीं देखेगी और नही उसके बारे में सोचेंगी.
यह सुनकर मैं हैरान रह गई, मेरी सबसे अच्छी दोस्त हीना ने मेरे साथ धोखा किया था, मैंने बाद में जाना कि समीर मुझसे प्यार करता था, और हीना उसकी मदद कर रही थी, इसलिए उन्होंने आर्यन को मेरी नजरों में गलत साबित करने की साजिश रची थी.
धीरे धीरे मैंने आर्यन के बारे में जानना शुरू किया, मैंने उसकी जिंदगी के उन पहलुओं को देखा जो शायद ही कोई जानता हो. | sun mere dil | सुन मेरे दिल |
एक दिन ऑफिस पार्टी के दौरान किसी ने मुझे बताया कि आर्यन के पिता ने आत्महत्या कर ली थी, इसका कारण था, उनकी पत्नी का अफेयर, आर्यन के पिता ने यह सब अपनी आंखों से देखा और यह बर्दाश्त नहीं कर सके, जाने से पहले, उन्होंने आर्यन को एक चिट्ठी लिखी थी.
बेटे मुझे माफ करना, मैं तुम्हें अकेला छोड़कर जा रहा हूं, मैंने बिजनेस तुम्हारे नाम कर दिया है, मुझे उम्मीद है कि तुम इसे संभालोगे और मुझे गलत नहीं समझोगे.
यह सब सुनकर मेरी आंखों में आंसू आ गए, आर्यन को मैं जिस नजर से देखती थी, अब वह पूरी तरह बदल चुकी थी, मुझे समझ आया कि आर्यन ने अपनी जिंदगी में बहुत कुछ झेला है.
आर्यन के प्रति मेरे दिल में बदलाव शुरू हो गया था, अब मुझे महसूस हुआ कि वह कितना अच्छा इंसान है, एक दिन कंपनी के एक डॉक्यूमेंट पर साइन करवाने के लिए मैं आर्यन के केबिन में गई, काम खत्म होने के बाद पता नहीं कैसे बातचीत उसकी मां तक पहुंच गई.
मैंने हिम्मत करके पूछा,
मैंने आपकी मां के बारे में सुना है, क्या वह सब सच है?
उसके चेहरे पर अचानक से उदासी छा गई, उसने गहरी सांस ली और कहा,
हां यह सब सच है, यही वजह है कि मैं किसी पर जल्दी भरोसा नहीं करता, लेकिन तुमसे मिलने के बाद मुझे लगा कि हर औरत एक जैसी नहीं होती, तुमने मुझे यह यकीन दिलाया है कि इस दुनिया में कुछ लोग सच्चे और अच्छे किरदार के भी होते हैं.
उसकी बातें सुनकर मैं चुप हो गई, पर दिल के अंदर एक हलचल मच गई.
आज, जब मैं यह कहानी लिख रही हूं, तो मेरा दिल उसके नाम से ही धड़कता है, मैं समझ गई हूं कि प्यार सिर्फ बाहरी दिखावे या पैसों से नहीं होता, आर्यन सिंघानिया जैसा इंसान शायद दिखने में कठोर लगता है, लेकिन उसके दिल में एक सच्चाई और गहराई है जो हर किसी को समझ नहीं आती थी,
यह कहानी यहीं खत्म नहीं होती, मेरी कहानी अब आर्यन के बिना अधूरी है, मुझे नहीं पता कि हमारा रिश्ता आगे जाके क्या मोड़ लेगा, लेकिन इतना यकीन है कि आर्यन मेरे लिए बहुत खास है.
अगर आप इस कहानी को लास्ट तक पढ़ रहे हैं, तो याद रखें हमेशा एक उम्मीद होती है, बस उसे ढूंढने का हौसला होना चाहिए. | sun mere dil | सुन मेरे दिल | 💓 Best Love Story 💓 … |
नमस्ते! मेरा नाम ओंकार रॉय है, और मैं एक भावुक ब्लॉगर और स्टॉक मार्केट ट्रेडर हूँ। बचपन से ही किताबों और कहानियों के प्रति मेरा गहरा लगाव रहा है। इन्हीं कहानियों ने मुझे इस दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
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ओंकार रॉय.